
प्रतीकात्मक तस्वीर
हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव महराणा में मुस्लिम युवक और हिंदू युवती द्वारा निकाह करने के मामले में ग्रामीणों में रोष बरकरार है। रविवार को गांव पातुवास में तीन गांवों खेड़ी सनवाल, महराणा और पातुवास के ग्रामीणों की संयुक्त रूप से पंचायत का आयोजन किया गया। करीब 4 घंटे तक चली पंचायत में मीडिया, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को दूर रखा गया। वहीं फैसला लिया कि तीनों गांव में लड़के शाहीद के परिवार से कोई सामाजिक रिश्ता नहीं रखा जाएगा। मामले को देखते हुए गांव के आसपास पुलिस बल तैनात रहा।
3 जुलाई को किया था निकाह
बता दें कि बीते 3 जुलाई को गांव महराणा निवासी 25 वर्षीय शाहीद ने गांव की ही हिंदू लड़की प्रीति का धर्म परिवर्तन करवाकर निकाह कर लिया था। ग्रामीणों को 6 जुलाई को इसकी सूचना मिली तो इसको लेकर रोष जताया और मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानें बंद करवा दी गई। जिसके बाद से गांव में शाहीद के परिवार के बाहर लगातार पुलिस तैनात है। हालांकि इस मामले में दोनों परिवारों की ओर से अलग-अलग रहने बारे एफिडेविट भी दिया गया। बावजूद इसके तीन गांवों की पंचायत द्वारा फैसले लिए गए हैं।
फिलहाल कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से विवाह को औपचारिक रूप से रद्द करने की प्रक्रिया चल रही है।
पंचायत में क्या-क्या हुआ?
गांव महराणा में हुई पंचायत की अध्यक्षता कपूर सिंह ने की और संचालन अठगामा खाप के संयोजक धर्मपाल महराणा द्वारा करवाया गया। अठगामा खाप संयोजक धर्मपाल महराणा व पंचायत प्रतिनिधि मीर सिंह ने बहिष्कार की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि लड़की से निकाह करने वाला शाहीद गांव में नहीं आएगा। तीनों गांव में शाहीद के परिवार से कोई सामाजिक रिश्ता नहीं रखा जाएगा।
पिछले धर्म में लौट आई युवती
क्या लड़का-लड़की के बीच निकाह या शादी का रिश्ता खत्म कर दिया गया है, इस पर बताया गया कि दोनों बीच तलाक की प्रक्रिया चल रही है और इस संबंध में एफिडेविट भी दिया गया है। पंचायत में तीनों गांवों के सरपंच, पूर्व सरपंच सहित कई लोग मौजूद रहे। उन्होंने ये भी बताया कि हिंदू युवती ने कुछ समय के लिए इस्लाम धर्म अपना लिया था, ने अब एक हलफनामे में शपथ ली है कि वह अपने पिछले धर्म में लौट आई है।
(सुनील कुमार)