
बेन स्टोक्स
India vs England: इंग्लैंड क्रिकेट टीम भले ही इस वक्त अपने घर पर खेल रही हो। टीम के कप्तान बेन स्टोक्स काफी अनुभवी कप्तान माने जाते हों, लेकिन इस बार लगता है कि उनसे भारी चूक हो गई है। अब हो ना हो, बेन स्टोक्स को इसकी कीमत इस मैच को हारकर चुकानी पड़े। बेन स्टोक्स की इस गलती के बारे में जब आप जानेंगे तो चौंक जाएंगे और सोचेंगे कि आखिरी स्टोक्स ने ऐसा क्यों किया।
शुभमन गिल लगातार चौथा टॉस भी हारे
भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला बुधवार से मैनचेस्टर में शुरू हो गया है। इस मैच में भी भारतीय कप्तान शुभमन गिल टॉस हार गए। हालांकि उनके लिए ये अब कोई नई बात नहीं है। वे लगातार चौथा टॉस बतौर कप्तान हारे हैं। यानी टेस्ट कप्तान बनने के बाद वे अब तक एक भी टॉस अपने नाम नहीं कर पाए हैं।
बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर चुनी पहले गेंदबाजी
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने जैसे ही टॉस जीता तो झट से पहले गेंदबाजी का फैसला ले लिया। माना जा रहा है कि स्टोक्स ने बादलों की मौजूदगी और पिच पर हल्की घास को देखते हुए ये निर्णय लिया और उम्मीद की होगी कि उनके तेज गेंदबाजों को पहले एक घंटे में कुछ मदद मिलेगी। लेकिन फिलहाल तो ऐसा कुछ हुआ ही नहीं। लेकिन इंग्लैंड का होने के बाद भी ऐसा लगता है कि बेन स्टोक्स को मैनचेस्टर के बारे में थोड़ी कम मालूमात है।
मैनचेस्टर में पहले गेंदबाजी करने वाली टीम कभी नहीं जीती मुकाबला
मैनचेस्टर के इतिहास की बात करें तो यहां के करीब 141 साल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि जिस टीम ने पहले गेंदबाजी की हो, उसने मैच अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की हो। पहले गेंदबाजी करने वाली टीम या तो हारी है या फिर मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ है। यानी अगर इंग्लैंड की टीम इस मैच को जीत जाती है तो फिर ये ऐतिहासिक जीत होगी। इसका सारा क्रेडिट कप्तान स्टोक्स को जाना चाहिए। लेकिन इतिहास जो बताता है, उस पर भी गौर किया जाना चाहिए।
पहले ही सेशन में निकल गई इंग्लैंड की हवा
मजे की बात ये भी है कि बेन स्टोक्स ने चाहे जो सोचा हो, लेकिन टीम इंडिया ने कम से पहले सेशन में यानी पहले दो घंटे में कोई भी विकेट नहीं जाने दिया। केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने एक मजबूत आधार टीम इंडिया को दे दिया है। पहले सेशन में रन भले ही कम बने, लेकिन राहत की बात ये है कि ज्यादा विकेट भी नहीं गए। इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों को पिच से मदद मिल रही थी, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने काफी संभलकर काम किया, लिहाजा कोई झटका नहीं लगा और पहला सेशन समाप्त हो गया।