बारूदी सुरंग विस्फोट में उड़ गया सैनिक का पैर, बॉर्डर को लेकर थाईलैंड और कंबोडिया के बीच तनाव बढ़ा


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बारूदी सुरंगों में हुए विस्फोटों में कई थाई सैनिक घायल हुए हैं।

बैंकॉक: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर चल रहा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को थाईलैंड ने कंबोडिया के साथ अपनी उत्तर-पूर्वी सीमा के कई रास्ते बंद कर दिए और अपने राजदूत को वापस बुलाने के साथ-साथ कंबोडिया के राजदूत को भी निष्कासित करने का ऐलान किया। यह कदम एक बारूदी सुरंग (लैंडमाइन) विस्फोट के बाद उठाया गया, जिसमें थाईलैंड के एक सैनिक का पैर उड़ गया। जवाब में कंबोडिया ने गुरुवार को थाईलैंड के साथ अपने कूटनीतिक रिश्तों को सबसे निचले स्तर पर लाने और अपने बैंकॉक दूतावास के सभी कर्मचारियों को वापस बुलाने की घोषणा की।

लड़ाई में मारा गया था कंबोडिया का सैनिक

बता दें कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच रिश्ते मई से ही तनावपूर्ण हैं, जब एक सशस्त्र झड़प में कंबोडिया का एक सैनिक मारा गया था। यह झड़प उस एक छोटे से इलाके में हुई थी, जिस पर दोनों देश अपना-अपना दावा करते हैं। इस घटना के बाद दोनों देशों में राष्ट्रवादी भावनाएं भड़क उठीं, जिसने हालात को और बिगाड़ दिया। थाईलैंड की प्रधानमंत्री को 1 जुलाई को इस सीमा विवाद से निपटने के तरीके पर नैतिकता से जुड़े सवालों की जांच के लिए निलंबित कर दिया गया।

बारूदी सुरंग में कई थाई सैनिक घायल

थाई सेना के मुताबिक, बुधवार को उबोन रत्चाथानी प्रांत में हुए बारूदी सुरंग विस्फोट में 5 सैनिक घायल हो गए, जिसमें एक सैनिक का पैर उड़ गया। कंबोडिया का कहना है कि यह विस्फोट उनके प्रियह वियार प्रांत में हुआ। इससे पहले, पिछले हफ्ते एक और विवादित इलाके में बारूदी सुरंग फटने से 3 थाई सैनिक घायल हुए थे, और इस घटना में भी एक सैनिक का पैर उड़ गया था। थाईलैंड का दावा है कि ये सुरंगें हाल ही में बिछाई गई थीं और ये उन रास्तों पर थीं, जिन्हें दोनों देशों ने गश्त के लिए सुरक्षित माना था। थाई अधिकारियों का कहना है कि ये रूस निर्मित बारूदी सुरंगें हैं, जो थाई सेना के पास नहीं हैं।

थाईलैंड ने कंबोडिया पर लगाए गंभीर आरोप

थाई सेना ने बयान जारी कर कंबोडिया से इस घटना की जिम्मेदारी लेने की मांग की है। सेना ने कहा, ‘यह घटना दोनों देशों की सीमा पर अमन और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है।’ थाईलैंड ने कंबोडिया पर 1997 के ओटावा संधि का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, जो बारूदी सुरंगों के उत्पादन और इस्तेमाल पर रोक लगाती है। थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायचाई ने कहा कि विदेश मंत्रालय कंबोडिया के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज करेगा और आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।

‘कंबोडिया की जमीन पर हुआ ब्लास्ट’

कंबोडिया ने इन आरोपों को ‘बेबुनियाद’ बताकर खारिज कर दिया। कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल माली सोचिता ने कहा कि विस्फोट कंबोडिया की जमीन पर हुआ और थाई सैनिक 2000 के समझौते का उल्लंघन करते हुए तय रास्तों से भटककर कंबोडिया के इलाके में चले गए। कंबोडिया का कहना है कि सीमा पर मौजूद कई बारूदी सुरंगें 20वीं सदी के युद्धों और अशांति की देन हैं, न कि हाल में बिछाई गई हैं।

दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों में दरार

कंबोडिया के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बयान जारी कर थाईलैंड के सभी कूटनीतिक कर्मचारियों को देश छोड़ने और अपने बैंकॉक दूतावास के कर्मचारियों को वापस बुलाने का आदेश दिया। मई में हुई झड़प के बाद दोनों देशों ने कई सीमा चौकियां बंद कर दी थीं या उन पर पाबंदियां लगा दी थीं। कंबोडिया ने थाईलैंड से फल, सब्जियां, ईंधन और गैस का आयात रोक दिया है। इसके अलावा, थाई फिल्मों और टीवी शो पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और कुछ अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट और बिजली आपूर्ति लिंक भी बंद कर दिए गए हैं। (AP)

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