
मृतक लोकेश (बाएं), आरोपी पत्नी चंद्रलेखा (दाएं)
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की सुपारी दी। सुपारी लेने वाले हत्यारों ने पति को मार दिया तो कैमरे के सामने आकर खूब रोई। पत्नी ने कहा कि उसके पति ने कई सारे लोगों से कर्ज ले लिया था। कर्ज के दबाव में ही उसने आत्महत्या कर ली। हालांकि, पुलिस को जांच के दौरान दो ऐसी बातें पता चलीं, जिससे हत्या की आशंका हुई। पुलिस ने जांच की तो एक आरोपी की पहचान हुई। आरोपी से कड़ाई से पूछताछ करने पर पूरा मामला सामने आ गया। हत्या के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी पत्नी, उसके प्रेमी और सुपारी लेकर हत्या करने वाले हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना 23 जून की है। बेंगलुरु साउथ जिले में एक लाश मिली थी। लाश के पास ही जहर की खाली बोतल भी मिली थी। अगले दिन मृतक पत्नी और पंचायत मेम्बर चंद्रलेखा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और खूब रोई। उन्होंने बताया कि उनके पति ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की है, लेकिन पुलिस की जांच में सामने आया कि पत्नी ने ही अपने पति की हत्या कराई है। पुलिस ने चंद्रलेखा, उसके प्रेमी योगेश सहित 5 लोगों को अरेस्ट कर लिया है।
क्या है मामला?
बेंगलुरु साउथ जिले में एमके दोड्डी गांव के पूर्व पंचायत प्रेसिडेंट लोकेश की 23 जून को मौत हो गई थी। उनका शव कनावा बांध के पास उनकी गाड़ी में मिला था। पास में ही जहर की एक बोतल भी थी। प्राथमिक तौर पर ऐसा लगा कि लोकेश ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाकर अननेचुरल डेथ का केस दर्ज कर लिया। अगले दिन लोकेश की पत्नी चंद्रलेखा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। चंद्रलेखा मकाली गांव की पंचायत मेम्बर भी हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चंद्रलेखा खूब रोईं और कहा कि लोकेश ने कई लोगों से कर्ज ले लिया था, इसीलिए तनाव में आकर उसने खुदकुशी कर ली।
चंद्रलेखा का दोस्त योगेश
हत्यारों की दो गलतियों ने खोली पोल
पत्नी ने तो एलान कर दिया कि पति लोकेश ने आत्महत्या कर ली, लेकिन पुलिस इस बात से सहमत नहीं थी। क्राइम सीन पर पुलिस को दो बातें ऐसी मिलीं, जिससे हत्या की आशंका गहरी हो गई। जहर की बोतल का ढक्कन बोतल के आस पास नहीं था और मृतक लोकेश के पैर में एक ही चप्पल थी। पोस्टमार्टम की रिर्पोट में जहर की वजह से मौत की बात कही गयी, लेकिन पता चला कि जहर की कुछ मात्रा सीने में अटकी हुई थी। ऐसा तभी हो सकता है, जब किसी को जबरन जहर पिलाया जाए। ऐसे में पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच शुरू की।
सीसीटीवी से मिला सुराग
इलाके का सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो पता चला कि जहां लोकेश की मौत हुई, वहां से कुछ देर पहले तक एक काली कार ने लोकेश का पीछा किया था। इससे पुलिस का शक और भी गहरा हो गया। इलाके के मोबाइल टॉवर से डाटा निकाला गया तो पुलिस को पता चला कि घटना के दिन वहां योगेश नाम के एक व्यक्ति का मोबाइल एक्टिव था और पिछले 2 महीने में योगेश, चन्द्रलेखा से लगातार सम्पर्क में था। योगेश बेंगलुरु में पोस्ट ऑफिस में काम कर रहा था और पति से झगड़ा होने के बाद चन्द्रलेखा भी पिछले कुछ समय से ज्यादातर वक्त अपने 2 बच्चों के साथ बेंगलुरु में ही रहती थी।
हत्या के आरोपी
योगेश-चंद्रलेखा ने मिलकर लोकेश को मरवाया
पुलिस की जांच में पता चला है कि चंद्रलेखा और योगेश की मुलाकात ऑनलाइन हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गयी थी और वो दोनों अक्सर मिलने लगे थे। इस बात का पता लोकेश को लगा तो पति-पत्नी में अक्सर झगड़ा होने लगा। योगेश को कस्टडी में लेकर पूछताछ की गई तो सारी कहानी सामने आ गई।
कैसे हुई हत्या?
योगेश ने चन्द्रलेखा के कहने पर लोकेश को मारने की सुपारी दी थी। 23 जून को लोकेश अपनी चिकन शॉप के काम के लिए जब घर से निकला तो काली कार में शिवलिंगा, सूर्या और चंदन ने उसका पीछा किया। कानवा बांध के पास सुनसान इलाके में उसकी कार को रोका उसे पकड़कर जबरन जहर पिला दिया। इसके बाद योगेश की कार को मेन रोड के पास खड़ा करके उसके शव को गाड़ी के पास लिटा दिया और जहर की शीशी उसके पास रख दी। करीब तीन सप्ताह की सघन जांच के बाद पुलिस ने लोकेश की हत्या की सुपारी लेने वाले तीनों आरोपियों, सुपारी देने वाले योगेश और इस मामले की मास्टरमाइंड और लोकेश की पत्नी चन्द्रलेखा को गिरफ्तार कर लिया है।