
उर्मिला भट्ट
22 फरवरी 1997 में मुंबई के पॉश इलाके जूहु के एक खास बंगले में सुबह कामवाली ने दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। कुछ देर इंतजार करने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो कामवाली दूसरे घरों में चली गई। लेकिन जब दोपहर में लौटी तब भी डोरवैल का कोई उत्तर नहीं आया। इसके बाद एक लड़का इस बंगले में शाम को आता है और जब दरवाजा तोड़ा जाता है तो खौफनाक मंजर देखने को मिलता है। सामने एक दिग्गज एक्ट्रेस की लाश रस्सियों से बंधी हुई फर्श पर पड़ी थी। चारों तरफ खून फैला हुआ था जिसे देखने वालों की चीख निकल गई। यहीं से शुरू हुई रामायण सीरियल में सीता की मां का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस उर्मिला भट्ट की निर्मम हत्या की कहानी। एक्ट्रेस की लाश देखकर पुलिस आई और सहम गई। आज इस कहानी में हम आपको बताते हैं उर्मिला भट्ट की जिंदगी की कहानी जिसकी हत्या ने पूरे बॉलीवुड को सन्न कर दिया था।
कौन थीं उर्मिला भट्ट?
साल 1933 में 1 नवंबर को उर्मिला भट्ट का जन्म देहरादून में हुआ था। उर्मिला ने स्कूल के दिनों से ही थियेटर और कला की दुनिया में अपनी रुचि दिखाई और काम करना शुरू कर दिया। एक दिन कॉलेज गईं उर्मिला को बीआर चोपड़ा ने देखा और अपनी फिल्म हमराज में कास्ट कर लिया। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट हुई और उर्मिला का करियर चल निकला। इसके बाद उर्मिला ने संघर्ष फिल्म में काम किया और दिलीप कुमार की बहन का किरदार निभाया। इसके बाद गौरी फिल्म में भी नजर आईं और सुनील दत्त के साथ स्क्रीन शेयर की। अब तक अपने करियर में उर्मिला काफी पॉपुलर हो गई थीं और कई किरदारों के लिए कास्ट भी की जा चुकी थीं। इसके बाद उर्मिला ने अमिताभ बच्चन की मां का किरदार निभाया और फिल्म तीसरी मंजिल में स्क्रीन शेयर की। उर्मिला को लगातार फिल्में मिलने लगीं और राम तेरी गंगा मैली, घर हो तो ऐसा, इज्जत की रोटी, बहुरानी और अभिमन्यु जैसी फिल्मों में कमाल का काम किया।
रामायण में निभाया सीता की मां का किरदार
बता दें कि 80 के दशक में उर्मिला को बॉलीवुड की मां के किरदारों में पहचान मिल गई थी। निरुप्पा रॉय के बाद उर्मिला को ही सबसे ज्यादा मां के किरदार निभाने का मौका मिला। उर्मिला ने रामानंद सागर की रामायण में भी सीता की मां का किरदार निभाया। इसके साथ ही कई अन्य फिल्मों में भी अपनी एक्टिंग का छाप छोड़ी। साल 1995 तक उर्मिला फिल्मी दुनिया में काम करती रहीं और इसके बाद ब्रेक ले लिया। ब्रेक के बाद उर्मिला अपने पति के साथ जूहु के एक बंगले में रहती थीं। एक दिन उर्मिला के पति किसी काम से बाहर गए और कुछ दिन बाद लौटने की खबर दे गए। लेकिन इससे पहले ही 22 फरवरी 1997 को उर्मिला की निर्मम हत्या की खबर ने सनसनी फैला दी। लेकिन इस निर्मम हत्या का राज आज तक नहीं खुल पाया है।