
शुभमन गिल और हैरी ब्रूक
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज में ओवल के मैदान पर खेले जा रहे आखिरी मुकाबले चौथे दिन के खेल में 32 साल पुराने एक बड़े रिकॉर्ड की बराबरी हो गई। इस सीरीज में दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने कुल मिलाकर 7000 से भी अधिक रन बनाए हैं, जिसमें कुल 50 फिफ्टी प्लस रनों की पारियां भी देखने को मिली। ऐसा सिर्फ टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दूसरी बार देखने को मिला है जब इतनी फिफ्टी प्लस रनों की पारियां खेली गई हैं।
साल 1993 की एशेज सीरीज की बराबरी
पांच मैचों की भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के लगभग हर मैच में दोनों टीमों के बल्लेबाजों की तरफ से शानदार प्रदर्शन देखने को मिला, जिसके चलते गेंदबाजों के लिए बॉलिंग करना बिल्कुल भी आसान काम नहीं रहा है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में साल 1993 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई सीरीज में दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने मिलकर 50 फिफ्टी प्लस रनों की पारियां खेली थी। वहीं इसके बाद दूसरे नंबर पर साल 1920-21 की एशेज सीरीज है जो ऑस्ट्रेलिया में खेली थी और इस सीरीज में कुल 49 फिफ्टी प्लस रनों की पारियां देखने को मिली थी।
एक टेस्ट सीरीज में खेली गई सर्वाधिक फिफ्टी प्लस रनों की पारियां
- भारत बनाम इंग्लैंड – 50 ( इंग्लैंड, साल 2025)
- इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया – 50 (ऑस्ट्रेलिया, साल 1993)
- ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड – 49 (ऑस्ट्रेलिया, साल 1920-21)
- ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज – 46 (ऑस्ट्रेलिया, साल 1960-61)
- ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज – 46 (ऑस्ट्रेलिया, साल 1968-69)
जडेजा इस लिस्ट में रहे सबसे आगे
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा किसी एक खिलाड़ी के बल्ले से फिफ्टी प्लस रनों की पारियां देखने को मिली तो वह भारतीय टीम के प्लेयर रवींद्र जडेजा हैं, जिनका बल्ले से इस सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला है। जडेजा ने 5 टेस्ट मैचों में जहां एक शतकीय पारी तो वहीं 5 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं। जडेजा इस सीरीज में 86 के औसत से कुल 516 रन बनाने में कामयाब रहे हैं।
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