
किशोर कुमार
किशोर कुमार बॉलीवुड की ऐसी हस्ती रहे हैं जिन्होंने एक्टिंग से लेकर डायरेक्शन में भी खूब नाम कमाया। लेकिन अपनी आवाज के लिए अमर हो चुके किशोर कुमार की आज जयंती है। आज ही के दिन 1929 में मध्य प्रदेश के खंडवा में किशोर कुमार का जन्म हुआ था। उन्होंने दिलीप कुमार, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, जीतेंद्र, देव आनंद, शशि कपूर, ऋषि कपूर, संजय दत्त, अनिल कपूर आदि सहित कई पीढ़ियों के प्रमुख कलाकारों को अपनी आवाजदी। लेकिन किशोर कुमार के गाने ऐसे रहे हैं जिन्होंने समय के फेर को बदल दिया और 3 पीढ़ियां बीत जाने के बाद भी उनकी आवाज का खुमार लोगों के सिर चढ़ रहता है। आज भी लोग किशोर कुमार के गाने सुनते हैं। जयंती के इस खास मौके पर हम आपको बताते हैं किशोर कुमार के कुछ ऐसे ही बेहद खास गाने।
एक लड़की भीगी भागी सी
नरम और मधुर जिंगल को कुमार ने 1958 की फिल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ के लिए गाया था, जिसमें खुद और मधुबाला दोनों ने अभिनय किया था।
https://www.youtube.com/watch?v=kBKA3g8WTuE
चिंगारी कोई भड़के
1972 की भारतीय हिंदी रोमांटिक ड्रामा फिल्म अमर प्रेम का ‘चिंगारी कोई भड़के’ ध्वनि और स्वर दोनों में किशोर दा की शैली और सीमा का प्रमाण है।
https://www.youtube.com/watch?v=ptqkTdtt7nI
मेरे सपनों की रानी
‘मेरे सपनों की रानी’ एक जीवंत प्रेम गीत है जिसमें कुमार ने 1969 की भारतीय हिंदी रोमांटिक ड्रामा ‘आराधना’ में राजेश खन्ना के लिए अपनी आवाज दी है।
https://www.youtube.com/watch?v=9PdSmDRGIwM
तेरे बिना जिंदगी से
किशोर की अनगिनत हिट फिल्मों की सूची में एक और नाटकीय प्रविष्टि, 1975 की ‘आंधी’ का ‘तेरे बिना जिंदगी से’, जिसमें कुमार की आवाज 4 मिनट के बाद तक नहीं सुनाई देती। लेकिन लता मंगेशकर के साथ उनका युगल गीत दोनों के सबसे यादगार गीतों में से एक है।
मेरे सामने वाली खिड़की में
कुमार की विशाल डिस्कोग्राफी में किसी गाने को सबसे यादगार गानों में से एक माना जाए, तो उसका बेहद खास होना जरूरी है। 1968 की फिल्म पड़ोसन का गाना ‘मेरे सामने वाली खिड़की में’ आज भी कई लोगों के लिए वो गाना है।
एक अजनबी हसीना से
राजेश खन्ना की आवाज़ में कुमार ने 1974 में आई फिल्म अजनबी के गीत ‘एक अजनबी हसीना से’ में पहली नजर के प्यार पर एक मनमोहक गीत बुना है।
ओ रूप तेरा मस्ताना
आराधना का एक और जबरदस्त हिट, ‘ओ रूप तेरा मस्ताना’, दिल को छू लेने वाले रोमांटिक गीतों के लिए कुमार की एक और उपलब्धि है।
https://www.youtube.com/watch?v=dyEdcOhxJNQ
जिंदगी एक सफर
कुमार की योडेलिंग एक प्रसिद्ध हुनर था जिसे उन्होंने अपने गीतों में शामिल करना सीखा और 1971 में आई फिल्म अंदाज़ का ऊर्जावान ‘जिंदगी एक सफर’ उस तकनीक का एक उत्कृष्ट प्रदर्शन है।
ओ मेरे दिल के चैन
हालांकि ‘ओ मेरे दिल के चैन’ जल्द ही 50 साल का हो जाएगा, लेकिन इस गाने का संयोजन और गायन इसे पुराना नहीं लगने देता।
आने वाला पल जाने वाला है
1979 की क्लासिक फिल्म गोलमाल के गाने ‘आने वाला पल जाने वाला है’ में कुमार का अभिनय इतना प्रभावशाली है कि फिल्म में अमोल पालेकर और बिंदिया गोस्वामी के बीच पनपते प्रेम की पृष्ठभूमि में समय और जीवन की क्षणभंगुरता को रेखांकित करता है।