
हेमा मालिनी
संजीव कपूर, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, जया बच्चन और अमजद खान स्टारर ‘शोले’ हिंदी सिनेमा की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है। इस साल स्वतंत्रता दिवस पर यह फिल्म अपनी रिलीज के 50 साल पूरे कर लेगी। ये फिल्म आज भी दर्शकों के बीच उतनी ही पॉपुलर है जितनी रिलीज के वक्त पर थी। इस क्लासिक कल्ट फिल्म की कहानी से लेकर किरदार तक हर किसी के दिल के बेहद करीब है। इतना ही नहीं ‘शोले’ के एक-एक डायलॉग लोगों के जेहन में बसे हुए हैं। अब इसी खुशी के माहौल के बीच सोमवार, 4 अगस्त को एएनआई ने हेमा मालिनी से उनकी आइकॉनिक फिल्म के 50 साल पूरे होने के बारे में बात की।
कभी नहीं बन सकता इस हिट फिल्म का सीक्वल
इस बारे में बात करते हुए बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल ने कहा, ‘हमें खुशी होती है। जब काम करना शुरू किया था… तब मालूम नहीं था, इतनी बड़ी हिट होगी और 50 साल बाद आप मुझसे संसद में इसके बारे में सवाल पूछेंगे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘उस वक्त मुझे क्या मालूम था, हम संसद में आएंगे। वो दौर अलग था, पिक्चर बस बन गई। दूसरी शोले बनाना मुश्किल है।’ सैकनिल्क की रिपोर्ट के मुताबिक 3 करोड़ के बजट में बनी रमेश सिप्पी की ‘शोले’ ने बॉक्स-ऑफिस लगभग 50 करोड़ की कमाई की थी।
शाहरुख खान ने अमिताभ बच्चन की इस फिल्म का तोड़ा था रिकॉर्ड
‘शोले’ को एक कल्ट फिल्म माना जाता है, लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि जब यह फिल्म रिलीज हुई थी तो इसे नकारात्मक समीक्षाएं मिलीं और पहले दो हफ्तों में यह बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई। हालांकि, बाद में दर्शकों के बीच इस फिल्म का अच्छे से प्रमोशन किया गया और इसे देखने के लिए लोग सिनेमाघरों पहुंचे। फिल्म सभी को पसंद आई। खासकर जय और वीरू की दोस्ती ने तो लोगों का दिल ही जीत लिया। रमेश सिप्पी निर्देशित यह फिल्म मुंबई के मिनर्वा थिएटर में पांच साल तक लगी रही। यह सबसे लंबे समय तक चलने वाली फिल्म थी, लेकिन ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ ने इसका रिकॉर्ड तोड़ दिया।
हेमा मालिनी का फिल्मी करियर
वहीं, अगर हेमा मालिनी की फिल्मों की बात करें तो पिछले कुछ सालों से वह फिल्मों से दूर हैं। अभिनेत्री को आखिरी बार 2020 में रिलीज हुई ‘शिमला मिर्ची’ में देखा गया था। अब उनके फैंस उन्हें फिर से बड़े पर्दे पर देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि ‘शोले’ ने बंगाल जर्निलिस्ट एसोसिएशन में 3 अवॉर्ड्स जीते और 50वें फिल्मफेयर में एक बेहतरीन क्लासिक फिल्म के तौर पर 1 अवॉर्ड जीता था।