
पीएम मोदी की अहम बैठक
दिल्ली, मुंबई, श्रीनगर, पटना और कोलकाता से लेकर इस्लामाबाद और रावलपिंडी तक चर्चा गरम है, क्योंकि आज 5 अगस्त है और पीएम मोदी अहम बैठक कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि पांच अगस्त को बहुत कुछ बड़ा होने वाला है। बता दें कि संसद का मानसून सत्र चल रहा है और इस बीच धानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल की बैठक को संबोधित करने वाले हैं। पीएम मोदी की इस बैठक पर सबकी निगाहें टिकी हैं कि इस बैठक में क्या फैसला होने वाला है। इस बैठक में सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसद शामिल हैं और यह महत्वपूर्ण-सत्रीय बैठक होगी, जो काफी अंतराल के बाद हो रही है।
एनडीए की यह बैठक संसद के मानसून सत्र में गतिरोध के बीच हो रही है, जो पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिवसीय बहस को छोड़कर, काफी हद तक बाधित रहा है। विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में कार्यवाही रोक दी है।
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला
यह बैठक उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया से पहले हो रही है, जो 7 अगस्त से शुरू हो रही है। एनडीए के पास निर्वाचक मंडल में बहुमत होने के कारण, यदि चुनाव लड़ा जाता है तो उसके उम्मीदवार के 9 सितंबर को होने वाले चुनाव में आसानी से जीत हासिल करने की उम्मीद है। पीटीआई द्वारा उद्धृत सूत्रों के अनुसार, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को अंतिम रूप देने के लिए सहयोगी दलों के साथ समन्वय कर सकते हैं।
जम्मू कश्मीर को मिल सकता है राज्य का दर्जा?
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अचानक मुलाकात की थी और उस मुलाकात के बाद जम्मू और कश्मीर को राज्य का दर्जा दिए जाने की कयासबाजी जारी है। ये चर्चा सोशल मीडिया पर भी खूब हो रही है कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा देने का ऐलान हो सकता है। हालांकि सीएम उमर अब्दुल्ला ने ऐसी किसी भी संभावना को दरकिनार करते हुए ट्वीट किया है।
पीएम मोदी की एनडीए गुट के साथ अहम बैठक
2024 के आम चुनाव के बाद से, जिसमें भाजपा ने अपना बहुमत खो दिया, लेकिन अपने सहयोगियों के साथ सत्ता बरकरार रखी, भाजपा ने एनडीए सहयोगियों को शामिल करने के लिए अपनी संसदीय बैठकों का विस्तार किया। पिछली बैठक 2 जुलाई को हुई थी, लेकिन हाल के सत्रों में ऐसी कोई बैठक नहीं हुई है। लोकसभा चुनावों से पहले, मोदी नियमित रूप से साप्ताहिक भाजपा संसदीय दल की बैठकों को संबोधित करते थे। नए प्रारूप में टीडीपी, जेडी(यू) और एलजेपी (रामविलास) जैसे सहयोगी दल शामिल हैं। इन बैठकों में आमतौर पर प्रधानमंत्री शासन और राजनीतिक मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला को संबोधित करते हैं।