
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। फाइल फोटो
समस्तीपुरः बिहार में कुत्ते की तस्वीर लगे प्रमाणपत्र के वायरल होने बाद में अब अमेरिकी राष्ट्रपति की फोटो लगाकर निवास प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया गया है। मामला समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर अंचल की है जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर लगाकर आवास प्रमाणपत्र का आवेदन किया गया। इसमें आवेदनकर्ता का नाम डोनाल्ड जॉन ट्रंप लिखा है, जबकि गांव का पता हसनपुर और पोस्ट बाकरपुर थाना मोहिउद्दीननगर दर्शाया गया है।
निवास प्रमाण पत्र बनवाने की बताई वजह
आवेदन में निवास पत्र बनवाने की वजह वोटर आईडी कार्ड बनवाने को बताया गया है। ट्रंप के माता और पिता का जो नाम बताया गया है वही रीयल में भी उनके मां-बाप का नाम है। ट्रंप के नाम पर ईमेल आईडी भी बनाकर आवेदन में लिखा गया है।
आवेदन किया गया निरस्त
जानकारी के अनुसार, 29 जुलाई को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन पत्र संख्या BRCCO/2025/17989735 के माध्यम से डोनाल्ड जॉन ट्रंप के नाम से निवास प्रमाणपत्र का आवेदन पत्र प्राप्त हुआ। इसमें ग्राम हसनपुर, वार्ड संख्या 13, पोस्ट बाकरपुर, थाना-मोहिउद्दीननगर, प्रखण्ड मोहिउद्दीननगर, जिला-समस्तीपुर अंकित है। मामला सामने आने के बाद राजस्व अधिकारी के द्वारा आवेदन की जांच के बाद 4 अगस्त को अस्वीकृत कर दिया।
ट्रंप के नाम पर आया निवास प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन
साइबर थाने में मामला दर्ज करने के आदेश
जांच में पाया गया है कि निवास प्रमाणपत्र के आवेदन के फोटो, आधार की संख्या, बार कोड और पता में छेड़छाड़ की गई है। मामले में सीओ ने साइबर थाना पुलिस से शिकायत की बात कही है। उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति के द्वारा जानबूझकर इस तरह का प्रयास किया गया है। आवेदन के साथ संलग्न दस्तावेज में भी छेड़छाड़ की गई है। यह आईटी एक्ट का उलंघन है। इसकी शिकायत स्थानीय साइबर थाना पुलिस से जा रही है। पुलिस दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करेगी।
इस मामले में एडीएम बृजेश कुमार ने बताया कि मामले का संज्ञान लिया गया है। रेवेन्यू पदाधिकारी के द्वारा आवेदक को निरस्त किया गया है और चिन्हित व्यक्ति पर समस्तीपुर साइबर थाना में केस दर्ज कराने का आदेश दिया गया है और दोषी के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
सिस्टम का बनाया जा रहा मजाक
29 जुलाई, 2025 को जमा किए गए आवेदन को आवेदन संख्या BRCCO/2025/17989735 के तहत दर्ज किया गया था। अधिकारियों का मानना है कि यह कृत्य जानबूझकर प्रशासनिक व्यवस्था का उपहास और बदनाम करने के लिए किया गया।
रिपोर्ट- सुनील कुमार, समस्तीपुर