
गोवा के मुख्यमंत्री डॉक्टर प्रमोद सावंत स्कीम को लॉन्च करते हुए।
पणजी: गोवा सरकार ने गुरुवार को ‘होमस्टे और बेड एंड ब्रेकफास्ट स्कीम’ शुरू की, जिसका मकसद ग्रामीण और सामुदायिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। इस स्कीम का उद्घाटन मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पोरवोरिम में सचिवालय में किया। इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में होमस्टे चलाने वाले स्थानीय लोगों को आर्थिक मदद और सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री सावंत ने कहा, ‘यह होमस्टे स्कीम गांवों और जंगली इलाकों के पर्यटन को बढ़ाने के लिए है। खास तौर पर महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए यह एक बड़ा कदम है। इससे उन्हें अपने कारोबार को दुनिया के सामने लाने का मौका मिलेगा। साथ ही, वन्यजीव अभयारण्यों और ग्रामीण स्थलों तक पहुंच आसान होगी।’
‘गोवा बियॉन्ड बीचेस’ का सपना होगा साकार
पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे ने बताया कि यह स्कीम गोवा के ‘बियॉन्ड बीचेस’ विजन का हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘हमारा फोकस महिलाओं को मजबूत करना और सामुदायिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। ज्यादातर होमस्टे महिलाएं ही चलाती हैं। यह स्कीम उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएगी और पर्यटन में उनकी हिस्सेदारी बढ़ाएगी।’ उन्होंने यह भी बताया कि Airbnb जैसे प्लेटफॉर्म्स के साथ समझौते (MoUs) किए गए हैं और प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहे हैं, ताकि ग्रामीण पर्यटन को और विस्तार मिले।
क्या-क्या मिलेगा इस स्कीम में?
राज्य पर्यटन निदेशक केदार नाइक ने बताया कि यह स्कीम पर्यटन को नया रूप देने और महिलाओं व युवाओं को उद्यमी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, ‘यह स्कीम नीतियों को लागू करने की दिशा में एक रणनीतिक बदलाव है। इसमें आर्थिक और गैर-आर्थिक मदद दी जाएगी। होमस्टे का रजिस्ट्रेशन आसान होगा, उनकी गुणवत्ता का वर्गीकरण होगा और राज्य पर्यटन विभाग की ओर से प्रचार में भी सहायता मिलेगी।’
सत्तारी, सांगे, धारबंदोरा, बिचोलिम, काणकोण, पोंडा और क्यूपेम तालुकों में चलने वाले होमस्टे को एक बार में 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके अलावा, प्रशिक्षण, मार्केटिंग में सहायता और पर्यटन मेलों में रियायती हिस्सेदारी का मौका भी मिलेगा। यह स्कीम पांच साल तक चलेगी और जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाया भी जा सकता है।
कौन-कौन रहा मौजूद?
इस मौके पर बिचोलिम के विधायक चंद्रकांत शेट्ये, मायेम के विधायक प्रेमेंद्र शेट और पर्यटन सचिव संजीव आहूजा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। यह स्कीम गोवा के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने और ग्रामीण इलाकों को चमकाने का एक सुनहरा अवसर है। इससे न सिर्फ स्थानीय लोगों को फायदा होगा, बल्कि गोवा की खूबसूरती को दुनिया के सामने नए तरीके से पेश किया जाएगा।