
सीएम पुष्कर सिंह धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को धराली आपदा में मारे गए लोगों और अपने घर खोने वाले लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की तत्काल सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने आपदा से प्रभावित ग्रामीणों के पुनर्वास, समग्र पुनरुद्धार और स्थायी आजीविका को मजबूत करने के लिए तीन सदस्यीय समिति के गठन की भी घोषणा की। सचिव (राजस्व) की अध्यक्षता वाली यह समिति एक सप्ताह के भीतर सरकार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। यह धराली गांव के भविष्य के लिए दीर्घकालिक और प्रभावी नीति का खाका तैयार करेगा, ताकि स्थानीय समुदाय की सुरक्षा और आजीविका सुनिश्चित की जा सके।
धराली गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बता दें कि बीते दिनों उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने की वजह से भारी तबाही मची थी। इस बीच आपदाग्रस्त धराली गांव के आसपास के क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है जिसके तहत शुक्रवार को 128 और श्रद्धालुओं तथा स्थानीय लोगों को बाहर निकाला गया। अब तक बाहर निकाले गए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की कुल संख्या 566 हो गई है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बचाव और राहत कार्यों को हवाई मार्ग के जरिये अंजाम दिया जा रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अकेले शुक्रवार को दोपहर तक 128 श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए बाहर निकाला गया। इन लोगों को निकालकर भारत तिब्बत सीमा पुलिस के मातली हेलीपैड पर लाया गया है ।
बादल फटने से मची थी तबाही
बता दें कि पांच अगस्त को दोपहर बाद बादल फटने से खीरगंगा नदी में आयी भीषण बाढ़ में चार लोगों की मृत्यु हो गयी थी। आपदास्थल से दो शव बरामद किये गए हैं। उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा में सेना के नौ जवानों समेत 16 लोग लापता हुए हैं । हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि आपदा में लापता हुए लोगों की संख्या कहीं ज्यादा हो सकती हैं क्योंकि घटना के समय वहां निर्माणाधीन होटलों में काम कर रहे नेपाल और बिहार के मजदूर तथा वहां के होटलों में रुके पर्यटक भी थे। उत्तराखंड सरकार के अलावा सेना के चिनूक एवं एम-17 हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जा रहा है। धराली में लगे मलबे के ढेर में लापता लोगों की तलाश के लिए उन्नत उपकरणों को भी हवाई मार्ग से मौके पर पहुंचाया जा रहा है।
(इनपुट-भाषा)