
डिनर पार्टी में ठाकुर विधायक
लखनऊः यूपी विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से चल रहा है। इस वजह से प्रदेश के लगभग सभी विधायक लखनऊ में हैं। इस बीच खबर है कि प्रदेश के करीब 40 ठाकुर विधायकों ने लखनऊ के एक फाइव स्टार होटल में मीटिंग की है। इस मीटिंग में सपा के कुछ बागी विधायक भी शामिल हुए। सबसे बड़ी बात यह रही कि ठाकुर विधायकों की मीटिंग में राजा भैया भी शामिल हुए। मीटिंग में ज्यादातर विधायक बीजेपी के थे। बता दें कि उत्तर प्रदेश में सभी पार्टियों को मिलाकर कुल 49 ठाकुर विधायक हैं। इनमें से लगभग 40 ने इस बैठक में हिस्सा लिया।
बीजेपी विधायक ने दी थी डिनर पार्टी
जानकारी के मुताबिक, बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बागी ठाकुर विधायकों की डिनर मीटिंग हुई। डिनर मीटिंग मुरादाबाद के कुंदरकी से बीजेपी विधायक ठाकुर रामवीर सिंह और एमएलसी जयपाल सिंह व्यस्त ने बुलाई थी। इस डिनर पार्टी को कुटुंब परिवार नाम दिया गया। कहा जा रहा है कि कई महीने पहले तय हुआ था कि हर सत्र के दौरान ठाकुर विधायकों की डिनर बैठक होगी। दावा किया जा रहा है कि अब तक इस तरह की कई डिनर मीटिंग हो चुकी हैं।
डिनर पार्टी में ठाकुर विधायक
मीटिंग में ये ठाकुर विधायक प्रमुख रुप से रहे शामिल
कुटुंब प्रीतिभोज में विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक जय प्रताप सिंह, पूर्व मंत्री और विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैय्या, स्वतंत्र प्रभार मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, राज्यमंत्री कुंवर ब्रजेश सिंह, पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह शामिल हुए। बैठक में सपा से निष्कासित विधायक राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, भाजपा विधायक अभिजीत सांगा और एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह समेत 40 से ज़्यादा विधायक और एमएलसी शामिल हुए।
डिनर पार्टी में ठाकुर विधायक
मीटिंग करने वाले विधायकों ने बताई डिनर पार्टी की वजह
भोज में ठाकुर के अलावा कुछ अन्य जातियों के विधायक भी शामिल हुए लेकिन उनकी संख्या बहुत कम थी। डिनर पार्टी में कुछ ठाकुर एमएलसी भी शामिल थे। बैठक में शामिल विधायकों का कहना है कि ये सिर्फ कुटुंब प्रीतिभोज है। विधायक आपस में बैठकर बात करते हैं। इसमें सियासत नहीं देखनी चाहिए।
डिनर पार्टी में ठाकुर विधायक
चर्चा का विषय बनी ठाकुर विधायकों की बैठक
ठाकुर विधायकों की बैठक की खबर यूपी से लेकर दिल्ली तक चर्चा का विषय बनी हुई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति और मंत्रिमंडल विस्तार के मद्देनजर विधायकों की इस बैठक को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। भविष्य की राजनीति के संकेत विधानसभा सत्र के दौरान सदन के बाहर इतनी बड़ी संख्या में विधायकों और विधान परिषद सदस्यों की बैठक को उत्तर प्रदेश की भविष्य की राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है।