
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश विधानसभा में 24 घंटे तक चली ‘विजन डॉक्यूमेंट-2047’ पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने विकास, निवेश, शिक्षा, स्वास्थ्य, सनातन और गौरक्षा जैसे हर मुद्दे पर सपा की नीतियों और सोच पर सवाल उठाए। सीएम योगी ने कहा कि बीजेपी का मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास’ है, जबकि सपा का मंत्र सिर्फ ‘परिवार का विकास’ है।
‘PDA’ का मतलब बताया ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी के ‘PDA’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के नारे का नया फुल फॉर्म बताया। उन्होंने कहा कि सपा के लिए PDA का मतलब ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ है। मुख्यमंत्री ने सपा नेताओं को ‘कुएं का मेंढक’ बताते हुए कहा कि उन्हें अपने परिवार के अलावा कुछ नहीं दिखता, इसीलिए उन्हें उनकी सरकार के विकास के विजन में खोट नजर आ रहा है। सीएम ने यह भी कहा कि मुलायम सिंह की विरासत पर असली हक चाचा (शिवपाल यादव) का था, लेकिन भतीजे (अखिलेश यादव) ने उन्हें धोखा दे दिया।
“समाजवादियों को गौ माता का श्राप लगा”
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उनकी सरकार ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ के जरिए छोटे कारीगरों के हुनर को दुनिया तक पहुंचा रही है, जबकि सपा सरकार बड़े-बड़े महोत्सव कराती थी और उसके लिए भी बग्घी विदेश से मंगवाई जाती थी। उन्होंने कहा कि सपा को भारतीय संस्कृति और सनातन से दिक्कत है, इसलिए उनके राज में गायों को कसाईखाने भेजा जाता था। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादियों को गौ माता का श्राप लगा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या, वाराणसी, विंध्याचल और चित्रकूट में बन रहे कॉरिडोर सपा नेताओं की आंखों में चुभते हैं, क्योंकि वे तो वृंदावन में दुर्योधन का मंदिर बनवाना चाहते थे।
अखिलेश यादव का सीएम योगी पर पलटवार
सीएम योगी का भाषण खत्म होने के बाद अखिलेश यादव ने उन पर पलटवार किया। अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ पर परिवारवादी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह खुद भी परिवारवाद की वजह से आगे बढ़े हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चाचा शिवपाल परिवार के साथ ही हैं, इसलिए योगी को उनकी चिंता करने की जरूरत नहीं है।
‘PDA पाठशाला’ पर वार-पलटवार
चर्चा के दौरान सपा नेताओं ने योगी सरकार पर स्कूल बंद करने का आरोप लगाया था। इस पर योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया कि उनकी सरकार एक भी सरकारी स्कूल बंद नहीं करेगी, बल्कि आधुनिक सुविधाओं के साथ नए कैंपस बनाए जा रहे हैं। उन्होंने तंज कसा कि एक तरफ सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा देने की कोशिश कर रही है, वहीं सपा के लोग ‘PDA पाठशाला’ के जरिए बच्चों को ‘परिवारवादी ABCD’ पढ़ा रहे हैं। इस पर अखिलेश यादव ने सफाई दी कि ‘PDA पाठशाला’ सिर्फ राजनीतिक विरोध का प्रतीक थी और उनका मकसद स्कूलों को खुलवाना था। उन्होंने कहा कि PDA पाठशाला में नेता क्लास ले रहे थे। वो प्रोफेशनल टीचर तो हैं नहीं, इसलिए उन्हें जो सही लगा वही उन्होंने पढ़ाया, इसमें गलत क्या है।
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