
सांकेतिक तस्वीर
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में पद्मश्री से सम्मानित पूर्व भारतीय तैराक बुला चौधरी के पैतृक घर में चोरी की सनसनीखेज वारदात सामने आई। पश्चिम बंगाल पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (CID) के अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त (पूर्व) भारतीय तैराक तथा अर्जुन पुरस्कार विजेता बुला चौधरी का चोरी हुआ पद्मश्री पुरस्कार चोरी के 48 घंटे के भीतर बरामद कर लिया है।
चोरी के आरोप में एक व्यक्ति गिरफ्तार
इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का पता लगाने में सफल रही।
माकपा की विधायक रह चुकी हैं बुला चौधरी
बुला चौधरी, जो 2006 से 2011 तक माकपा की पूर्व विधायक भी रहीं। उन्होंने पुलिस को त्वरित कार्रवाई करने तथा इतनी जल्दी चोरी हुए पुरस्कार बरामद करने के लिए धन्यवाद दिया।
हुगली जिले में हुई चोरी की ये वारदात
बुला चौधरी वर्तमान में दक्षिण कोलकाता के कस्बा में रहती हैं। उनके सभी पुरस्कार, ट्रॉफी और पदक जो उन्होंने तैराकी करियर के दौरान अर्जित किए थे। इन सब को हुगली जिले के हिंद-मोटर में अपने पैतृक आवास पर रखे हैं। जहां से पिछले शुक्रवार को चोरी हुई थी।
CID को सौंपा गया केस
हालांकि, शुरुआत में जांच हुगली जिला पुलिस द्वारा की गई थी, लेकिन बाद में जांच का प्रभार सीआईडी को सौंप दिया गया। जो कि अब ये चोरी का मामला सुलझा लिया गया है।
पहले भी तीन बार डकैती की कोशिश
चैंपियन तैराक के भाई मिलन चौधरी, जो हिंद-मोटर स्थित उस घर में रहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके घर पर पहले भी तीन बार डकैती की कोशिशें हो चुकी थीं। उन्होंने कहा, ‘हर बार पुलिस में शिकायत दर्ज की गई और नियमित जांच की गई। इसके बाद डकैती की कोशिशें बंद नहीं हुईं हैं। ये सब पुलिस प्रशासन की लापरवाही का ही नतीजा है।