
रहस्य और रोमांच से भरी है ये सीरीज।
ओटीटी एक ऐसा समुद्र है, जहां हर जॉनर का कंटेंट मौजूद है। दर्शक अपने मूड के अनुसार, कुछ भी देख सकते हैं। हालांकि, पिछले कुछ सालों में दर्शकों के बीच रहस्य और एक्शन से भरी फिल्मों और सीरीज को लेकर एक अलग ही क्रेज देखने को मिला है। तो आज हम आपकोएक ऐसी वेब सीरीज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें मानवीय गहराई होने के साथ-साथ एक्शन से लेकर डर तक हर फ्लेवर मिलता है। ये ऐसी वेब सीरीज है, जो अपराध या साजिश ही नहीं, बल्कि समाज का सच भी दिखाती है। अगर आपको बॉबी देओल की ‘आश्रम’ या फिर मोहित रैना की ‘भौकाल’ पसंद आई है तो ये सीरीज भी जरूर पसंद आएगी।
मार-धाड़ और एक्शन से भरी है सीरीज
हम यहां जिस सीरीज की बात कर रहे हैं वह और कोई नहीं बल्कि ‘मत्स्य कांड’ है। रवि दुबे, रवि किशन, पीयूष मिश्रा और जोया अफरोज जैसे कलाकारों से सजी ये सीरीज एक ठग के इर्द-गिर्द घूमती है। इस सीरीज में दिखाया गया है कि कैसे अगर हिम्मत और चालाकी आ जाए तो छोटे से छोटा ठग भी सिस्टम की आंखों में धूल झोंक सकता है और इस सीरीज को देखकर आपको आश्रम में होने वाले फरेब की याद आना तय है। इस सीरीज का निर्देशन अजय भुयान ने किया है।
क्या है मत्स्य कांड की कहानी?
मस्त्य कांड की कहानी घपले और घोटालों पर आधारित है, जिसे मत्स्य ठाडा (रवि दुबे) नाम का ठग अंजाम देता है। ये कहानी भी उसी के इर्द-गिर्द घूमती है। इस सीरीज के हर एपिसोड का एक अलग टाइटल है, जो पौराणिक किरदारों या घटनाओं से प्रेरित है, विशेष तौर पर महाभारत से। मतस्य ठाडा एक शातिर बदमाश है, जो अपने हुनर और चालाकी के दम पर पुलिस की नाक में दम कर देता है। मत्स्य ठाडा के कॉन मैन बने की कहानी उसके जेल के सलाखों के पीछे जाने से शुरू होती है, जो कारगिल युद्ध में शहीद हुए अपने पिता के नाम पर उसकी मां को आवंटित पेट्रोल पंप को आग लगा देता है। जेल पहुंचने पर उसकी मुलाकात आनंद पंडित (पीयूष मिश्रा) से होता है, जिसके आध्यात्मिक ज्ञान से वह बहुत प्रभावित होता है।
मत्स्य ठाडा कैसे बनता है शातिर अपराधी
जेल से निकलते ही मत्स्य ठाडा शातिर अपराधी बन जाता है और बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देता है। जेल में आनंद की दी सीख उसके बहुत काम आती है, वो रूप बदलने में माहिर है। ऐसे में उसका पर्दाफाश करने की जम्मेदारी एसीपी तेजराज सिंह को सौंपी जाती है, जिसकी सबसे बड़ी ताकत है कि वह किसी शातिर अपराधी की तरह सोचता है और सिस्टम के खिलाफ जाने से नहीं डरता। अब तेजराज सिंह मत्स्य ठाडा को पकड़ पाता है या नहीं और कहानी में क्या-क्या मोड़ आते हैं, ये जानने के लिए आप ये सीरीज देख सकते हैं।
कहां देखें सीरीज?
अगर आप ये सीरीज देखना चाहते हैं तो ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर पर सीरीज का लुत्फ उठा सकते हैं। खास बात तो ये है कि इस 11 एपिसोड वाली सीरीज को आईएमडीबी पर भी जबरदस्त रेटिंग मिली है। रवि दुबे और रवि किशन स्टारर सीरीज को आईएमडीबी पर 8.5 रेटिंग मिली है।