
यमुना का पानी राहत शिविरों तक पहुंचा
नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बरकरार है। यमुना नदी उफान पर है, जिस कारण शहर के कई हिस्सों में जल प्रवेश कर चुका है। यमुना नदी से सटी दिल्ली की कॉलोनियों में पानी भर गया है। सिविल लाइंस, मोनेस्ट्री मार्केट, बुराड़ी, गीता कॉलोनी, कालिंदी कुंज और आईएसबीटी कश्मीरी गेट समेत कई जगहों पर बाढ़ का पानी भर गया है। वहीं, वासुदेव घाट और गीता कॉलोनी के शमशान घाट के सभी प्लेटफॉर्म्स जलमग्न हो चुके हैं। यमुना नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है। आज सुबह 8:30 बजे यमुना का जलस्तर 207.31 मीटर पहुंच गया। NDRF की 7 टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं।
वासुदेव घाट के अंदर लगभग 12 फुट के करीब पानी आया है। यमुना घाट के बराबर बह रही है। वासुदेव घाट से पानी होते हुए रिंग रोड और आईएसबीटी पर पानी आ रहा है। ऐसे में सुबह से ही पंप लगा दिए गए हैं जो सड़क से पानी को खींचकर वापस वासुदेव घाट में फेंक रहे हैं।
नोएडा और गाजियाबाद में घुसा यमुना का पानी
यमुना का पानी दिल्ली के अलावा नोएडा और गाजियाबाद में भी कहर ढा रहा है। कल के मुकाबले आज यमुना के जलस्तर में थोड़ी कमी जरूर आई हुई लेकिन ये कमी इतनी नहीं है कि दिल्लीवालों को राहत दे सके। नोएडा के कई इलाके भी बाढ़ की चपेट में है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से सेक्टर 135 में जलभराव है। घुटनों तक पानी भरा है। इसके अलावा सेक्टर 93 में भी यमुना का पानी पहुंच गया है। इसकी वजह से जलभराव देखा जा सकता है।
यमुना का पानी मजनू का टीला की गलियों में घुसा
वहीं, यमुना का उफनता पानी इस सप्ताह उत्तर दिल्ली के मजनू का टीला की तंग गलियों में घुस आया, जिससे दर्जनों घर और दुकानें जलमग्न हो गईं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पानी के उतरने के बाद इलाके में गीली लकड़ियां, टूटी मशीनें और ठहरे हुए नालों के गंदे पानी की बदबू अहसास कराती है कि बहुत कुछ अब नए सिरे से शुरू करना होगा।