
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (फाइल)
जेरुशलम: अमेरिका के साथ छिड़े टैरिफ विवाद के बीच भारत और इज़रायल जल्द ही एक द्विपक्षीय निवेश संधि (BIT) पर हस्ताक्षर करने वाले हैं। इससे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को झटका लग सकता है। सूत्रों के अनुसार यह समझौता इज़रायल के वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच की भारत यात्रा के दौरान संभव है। वह 8 से 10 सितंबर तक तीन दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं।
भारत-इजरायल के आर्थिक संबंधों को मिलेगी मजबूती
इस यात्रा का प्रमुख उद्देश्य भारत और इज़रायल के आर्थिक और वित्तीय संबंधों को मज़बूत करना है। इसके साथ ही एक संभावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की नींव भी इस दौरान रखी जा सकती है, जो दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग को नई दिशा देगा। अपने दौरे के दौरान स्मोट्रिच भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा, वह मुंबई और गांधीनगर स्थित GIFT सिटी का भी दौरा करेंगे।
मसौदे पर पहले ही हो चुकी है बात
“इस यात्रा का मकसद भारत के साथ इज़रायल के आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ करना है। साथ ही द्विपक्षीय निवेश संधि (BIT) और मुक्त व्यापार समझौते (FTA) जैसे प्रमुख करारों पर साझा समझ विकसित करना भी लक्ष्य है। सूत्रों ने यह भी जानकारी दी कि BIT के मसौदे पर बातचीत पूरी हो चुकी है। अब उम्मीद की जा रही है कि स्मोट्रिच इस यात्रा के दौरान इस संधि पर हस्ताक्षर करेंगे।
क्या होगा लाभ
दोनों देशों के निवेशकों को कानूनी सुरक्षा और स्थिरता की गारंटी मिलेगी। इसके साथ ही विवादों के निपटारे के लिए स्वतंत्र मध्यस्थता मंच उपलब्ध होगा। बता दें कि इज़रायल अब तक 2000 से 15 से अधिक देशों के साथ BIT पर हस्ताक्षर कर चुका है, जिनमें संयुक्त अरब अमीरात, जापान, फिलीपींस, थाईलैंड और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। यह आगामी यात्रा भारत-इज़राइल के बढ़ते आर्थिक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है। (भाषा)