
कोलकाता बाढ़ के लिए ममता बनर्जी ने यूपी-बिहार और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
कोलकाता में मंगलवार को मूसलाधार बारिश के कारण कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से नौ व्यक्तियों की मृत्यु बिजली का करंट लगने से हुई। लगभग चार दशक के बाद हुई इतनी भारी बारिश के कारण हवाई, रेल और सड़क परिवहन प्रभावित हुआ। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि फरक्का बैराज की सफाई ठीक से नहीं होने के कारण हर बार यूपी और बिहार से आए पानी के चलते जल जमाव की समस्या खड़ी हो जाती है। ममता ने केंद्र सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
‘मैंने पहले कभी नहीं देखी ऐसी बारिश’
सीएम ममता ने भारी बारिश को ‘‘अभूतपूर्व’’ बताया तथा फरक्का बैराज से गाद न निकालने और निजी बिजली कंपनी सीईएससी की चूक की आलोचना की। साथ ही उन्होंने लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए घरों के अंदर रहने की अपील की। ममता ने डिजिटल माध्यम से एक संबोधन में कहा, “मैंने ऐसी बारिश पहले कभी नहीं देखी। कुल दस लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से नौ की मौत खुले तारों की वजह से करंट लगने के कारण हुई है। कोलकाता में आठ जबकि उत्तर 24 परगना के शाशन व दक्षिण 24 परगना के अमतला से सटे इलाकों में दो लोगों की मौत हुई है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। सीईएससी को उनके परिवारों के सदस्यों को नौकरी देनी चाहिए। सीईएससी को कम से कम पांच लाख रुपये का मुआवजा देना चाहिए।”
बिजली कंपनी को ठहराया जिम्मेदार
उन्होंने कहा कि कोलकाता और आसपास के इलाकों में बिजली की आपूर्ति कलकत्ता बिजली आपूर्ति निगम (CESC) करता है, राज्य सरकार नहीं। बनर्जी ने कहा, “यह सुनिश्चित करना उसका कर्तव्य है कि लोगों को इसकी वजह से परेशानी न हो। वे यहां व्यापार तो करेंगे, लेकिन क्या वे आधुनिकीकरण नहीं करेंगे? उसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए।” राज्य सरकार ने घोषणा की है कि सभी सरकारी शिक्षण संस्थान 24 और 25 सितंबर को बंद रहेंगे।
UP-बिहार को लेकर क्या बोलीं CM ममता?
बनर्जी ने कहा, “यह बारिश बहुत ही असामान्य है। यहां तक कि हमारे मकान भी जलमग्न हैं, हम सब परेशान हैं। मुझे पूजा पंडालों के लिए भी बहुत बुरा लग रहा है। स्कूलों को छुट्टियां घोषित करने के लिए कहा गया है और कार्यालय जाने वालों को आज और कल घर पर रहने की सलाह दी गई है।’’ सीएम ने यह भी बताया कि वह महापौर, मुख्य सचिव और पुलिस के लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘फरक्का की ठीक से सफाई नहीं हुई है, इसलिए हर बार जब बारिश होती है, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मुंबई, दिल्ली, हर जगह जलभराव हो जाता है। इस बार बारिश थोड़ी असामान्य है।’’
उन्होंने आगे और भी बदतर स्थिति होने की आशंका जताते हुए कहा कि गंगा में उच्च ज्वार के कारण जल निकासी में बाधा आएगी क्योंकि नदी पहले से ही ऊपरी राज्यों से पानी आने के कारण उफान पर है। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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