
असदुद्दीन ओवैसी
बिहार के सीमांचल में असदुद्दीन औवैसी की न्याय यात्रा जारी है। सीमांचल न्याय यात्रा के तीसरे दिन वह किशनगंज से पूर्णिया पहुंचेंगे। इसके बाद उनकी यात्रा डगरुआ और बायसी होते हुए अमौर तक पहुंचेगी। इस दौरान ओवैसी ने खुलकर तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। उनकी यात्रा 27 सितंबर को कटिहार पहुंचेगी। इस यात्रा से पहले भी ओवैसी खुलकर महागठबंधन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। उनकी यह नाराजगी आरजेडी को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।
2020 विधानसभा चुनाव में भी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल में अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके बाद उनके अधिकतर विधायक आरजेडी में शामिल हो गए थे। इसके बाद भी ओवैसी ने महागठबंधन में शामिल होने की कोशिश की, लेकिन आरजेडी ने उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया। इससे नाराज ओवैसी अपने पुराने विधायकों और गठबंधन के साथियों को सबक सिखाने के इरादे से रैली कर रहे हैं।
पार्टी | चुनाव लड़ा | जीत |
---|---|---|
कांग्रेस | 8 सीट | 5 सीट |
राजद | 11 सीट | 1 सीट |
लेफ्ट | 2 सीट | 1 सीट |
बीजेपी | 11 सीट | 8 सीट |
जेडीयू | 10 सीट | 4 सीट |
वीआईपी | 2 सीट | 0 सीट |
हम | 1 सीट | 0 सीट |
एआईएमआईएम | 19 सीट | 5 सीट |
महागठबंधन का प्रदर्शन
2020 में महागठबंधन ने सभी 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि, गठबंधन को सिर्फ सात सीट में ही जीत मिली थी। आरजेडी 14 सीट पर लड़ी, लेकिन एक ही सीट जीत पाई। वहीं, कांग्रेस 8 सीट पर लड़ी और पांच में जीत हासिल की। लेफ्ट 2 सीट पर लड़ी और दो जीतने में सफल रही। महागठबंधन को कुल 35.83 % वोट मिले।
एनडीए का प्रदर्शन
एनडीए गठबंधन ने भी सभी 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और 12 पर जीत दर्ज की थी। एनडीए का स्ट्राइक रेट 50% रहा था। 10 सीटों पर लड़ने वाली जेडीयू को चार पर जीत मिली थी। वहीं, बीजेपी 11 सीट पर लड़ी और 8 जीती। वीआईपी दो सीट पर चुनाव लड़ी, लेकिन उसे दोनों में हार का सामना करना पड़ा। मांझी की हम को भी एक सीट मिली थी, लेकिन वहां भी उन्हें जीत नहीं मिली। एनडीए को सीमांचल में कुल 35.98 % वोट मिले।
क्या है ओवैसी का प्लान?
ओवैसी का कहना है कि पिछले चुनाव में उन्होंने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था और पांच सीटें जीती थीं, लेकिन उनके चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए। इसके बावजूद उन्होंने आरजेडी को गठबंधन का प्रस्ताव दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन मुस्लिम वोट तो चाहता है, लेकिन उनका प्रतिनिधित्व नहीं चाहता है। इसी वजह से वह सीमांचल के लोगों के लिए न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। उनका कहना है कि आरजेडी में शामिल होने वाले विधायकों ने यहां के लोगों के साथ धोखा किया है। बीजेपी ने नए कानून लाकर मुसलमानों का हक छीना है। इससे साफ है कि ओवैसी सीमांचल में पहले से ज्यादा सीट जीतकर अपने विधायकों की संख्या बढ़ाना चाहते हैं, ताकि गठबंधन की स्थिति बनने पर उन्हें भी फायदा मिल सके।
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