दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों पर घर लौटने वालों और घूमने वालों की संख्या हर साल बढ़ जाती है। ऐसे समय पर हवाई यात्रा की मांग भी अपने चरम पर होती है। पिछले सालों में त्योहारों के दौरान एयरलाइन टिकटों में अचानक उछाल देखा गया था, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई थी। इसे देखते हुए इस साल DGCA ने पहले ही कड़ा कदम उठाया है। DGCA यानी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने इस बार हवाई टिकट की कीमतों पर कड़ी नजर रखने की बात कही है। इसका मकसद है कि त्योहारों के दौरान टिकटों की कीमतें अचानक बढ़ने से आम यात्री प्रभावित न हों।
आपको बता दें कि हवाई किराये को लेकर नियम ढीले हैं और एयरलाइंस अपनी सुविधाओं के अनुसार कीमतें तय करती हैं। हालांकि, DGCA के पास यह अधिकार है कि वह जरूरत पड़ने पर उचित कदम उठाकर कीमतों में असामान्य बढ़ोतरी को रोक सकता है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि DGCA ने त्योहारों से पहले हवाई टिकट की कीमतों के ट्रेंड की समीक्षा की और एयरलाइंस से फ्लाइट क्षमता बढ़ाने का आग्रह किया है, ताकि यात्रियों को पर्याप्त उड़ानें मिल सकें।
इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट
बयान के मुताबिक, इंडिगो, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और स्पाइसजेट अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ा रही हैं। इंडिगो 42 रूट्स पर लगभग 730 एक्स्ट्रा उड़ानें संचालित करेगी। वहीं एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस मिलकर 20 रूट्स पर करीब 486 एक्स्ट्रा उड़ानें चलाएंगी। स्पाइसजेट भी 38 रूट्स पर लगभग 546 एक्स्ट्रा उड़ानें जोड़ रही है। इस कदम का उद्देश्य है कि त्योहारों के दौरान टिकटों की किल्लत और अचानक बढ़ी कीमतों को रोका जा सके। DGCA ने साफ किया है कि वह एयरलाइंस की फ्लाइट क्षमता और किरायों पर लगातार निगरानी रखेगा और यात्रियों के हितों की रक्षा करेगा।
कब से शुरू होंगी एक्स्ट्रा उड़ानें?
हालांकि, मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि ये एक्स्ट्रा उड़ानें कब से शुरू होंगी और कितने समय तक संचालित रहेंगी। लेकिन इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह उपाय त्योहारों में यात्रियों की भारी भीड़ और टिकटों की बढ़ती मांग के मद्देनजर राहत देगा। एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी कम लागत वाली एयरलाइंस के एक्स्ट्रा फ्लाइट जोड़ने से दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, कोलकाता और अन्य प्रमुख शहरों में यात्रियों को टिकट आसानी से मिल सकेगा और भीड़ कम होगी।