नेपाल में मूसलाधार बारिश और भीषण भूस्खलन से हाहाकार, 18 लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने जताया दुख


नेपाल लैंडस्लाइड्स (फाइल)- India TV Hindi
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नेपाल लैंडस्लाइड्स (फाइल)

काठमांडू: नेपाल के पूर्वी कोशी प्रांत में शनिवार शाम से लगातार बारिश के कारण भारी भूस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने बताया कि घोसांग में छह और मंगसेबुंग में पांच लोगों की जान गई, जबकि इलम जिले के अन्य हिस्सों में सात लोगों की मौत हुई। यह भूस्खलन भारी बारिश के कारण हुआ, जिससे इलाके में तबाही मची है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में हुई इन मौतों पर गहरा दुख जताया है। 

बचाव कार्य में जुटी सेना

नेपाल की सेना को बचाव कार्य के लिए तुरंत तैनात किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि सेना ने हवाई जहाज की मदद से गर्भवती महिला समेत दो घायलों को घटनास्थल से निकालकर धरान नगरपालिका के अस्पताल में भर्ती कराया है। हालांकि, खराब मौसम के कारण बचाव अभियान प्रभावित हो रहा है और राहत कार्य में बाधाएं आ रही हैं। नेपाल के सात प्रांतों में से पांच में मानसून सक्रिय है। इनमें कोशी, मधेश, बागमती, गण्डकी और लुम्बिनी प्रांत शामिल हैं। मानसून की वजह से लगातार बारिश हो रही है, जिससे नदियों में जलस्तर बढ़ गया है और कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इस स्थिति को देखते हुए नेपाली अधिकारियों ने काठमांडू में अगले तीन दिनों के लिए वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है।

नेपाल की घटना पर दुखी हुए पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “नेपाल में भारी बारिश से हुई जनहानि और नुकसान दर्दनाक है। इस कठिन समय में हम नेपाल की जनता और सरकार के साथ खड़े हैं। एक मैत्रीपूर्ण पड़ोसी और पहले सहायता पहुंचाने वाले के रूप में भारत प्रतिबद्ध है।”

 

एनडीआरआरएमए ने जारी की चेतावनी

राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरआरएमए) ने एक चेतावनी जारी की है, जिसमें काठमांडू घाटी में शनिवार से सोमवार तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद करने को कहा गया है। अधिकारियों ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे अगले तीन दिनों तक लंबी दूरी की ड्राइविंग न करें ताकि हादसों से बचा जा सके। 

 

बागमती और पूर्वी राप्ती नदियों के इलाकों में रेड अलर्ट

बागमती और पूर्वी राप्ती नदियों के आसपास के इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। बारिश लगातार बढ़ने से इन नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच सकता है, जिससे बाढ़ की स्थिति बन सकती है। इस बीच, खराब मौसम के कारण त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) से घरेलू उड़ानें भी स्थगित कर दी गई हैं। टीआईए के महाप्रबंधक हंस राज पांडे ने बताया कि काठमांडू के अलावा भरतपुर, जनकपुर, भद्रपुर, पोखरा और तुमलिंगतार से भी सभी घरेलू उड़ानें अगली सूचना तक के लिए रोक दी गई हैं। खराब मौसम की वजह से हवाई उड़ानों को सुरक्षा कारणों से बंद रखना जरूरी हो गया है। (भाषा)

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