
अमेरिकी नौसेना।
वॉशिंगटन: अमेरिकी नौसेना की 250वीं वर्षगांठ से पहले देश बदहाली में डूब गया है। अमेरिका के हजारों संघीय कर्मचारी छुट्टी पर भेज दिए गए हैं और सेना के जवानों को बिना वेतन के काम करना पड़ रहा है। इन सबके बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तय किया है कि वह रविवार को वर्जीनिया के नॉरफॉक में नौसेना की 250वीं वर्षगांठ के समारोह में भाग लेंगे और उसे सलामी देंगे।
ट्रंप ने किया ये पोस्ट
ट्रंप ने शुक्रवार रात अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा , “मुझे विश्वास है, ‘शो मस्ट गो ऑन!’ यानी कार्यक्रम जरूर होना चाहिए। यह नौसेना के इतिहास का सबसे बड़ा उत्सव होगा। हमारे हजारों बहादुर सक्रिय सेवा सदस्यों और सैन्य परिवारों की उपस्थिति में मैं इस खास दिन को लेकर उत्साहित हूं।”
अमेरिका का क्यों हुआ बुरा हाल
अमेरिराक में बुधवार से शुरू हुए सरकारी शटडाउन ने देश में सियासी उथल-पुथल मचा दी है। इसी के चलते सेना के जवानों को बिना वेतन के काम करना पड़ रहा है, हजारों संघीय कर्मचारी छुट्टी पर भेज दिए गए हैं और न्यूयॉर्क व शिकागो जैसे डेमोक्रेटिक राज्यों में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा और ऊर्जा परियोजनाएं रोक दी गई हैं। ऐसे में नौसेना के सम्मान में आयोजित यह समारोह भी राजनीतिक विवादों में घिर सकता है।
ट्रंप ने डेमोक्रेट्स को कोसा
ट्रंप ने डेमोक्रेट्स पर शटडाउन को उकसाने और “यूएस नेवी की वर्षगांठ के इस भव्य उत्सव को बर्बाद करने की कोशिश” का आरोप लगाया। सीनेट डेमोक्रेट्स ने सरकार संचालन को जारी रखने के प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था, क्योंकि 2010 के अफॉर्डेबल केयर एक्ट (ओबामाकेयर) के तहत बीमा सब्सिडी में कटौती से लोगों के स्वास्थ्य बीमा की लागत तेजी से बढ़ सकती थी। साथ ही वे मेडिकेड में की गई कटौती को भी पलटने की मांग कर रहे थे, जिसे ट्रंप ने कानून बनाया था। दोनों पक्षों के बीच विश्वास की भारी कमी इस टकराव की बड़ी वजह बताई जा रही है।
डेमोक्रेट्स ने ट्रंप पर लगाया आरोप
डेमोक्रेट्स का आरोप है कि ट्रंप प्रशासन ने कांग्रेस द्वारा स्वीकृत फंड का उपयोग करने से इनकार कर “बजट प्रक्रिया को कमजोर किया है।” दूसरी ओर, ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वह डेमोक्रेट-प्रभावित एजेंसियों के संघीय कर्मचारियों की छंटनी पर विचार कर रहे हैं। मंगलवार को ट्रंप ने वर्जीनिया में दुनिया भर से अचानक बुलाए गए सैन्य नेताओं को संबोधित किया । उन्होंने अमेरिकी शहरों को सैन्य प्रशिक्षण केंद्र के रूप में इस्तेमाल करने और “भीतरी खतरे से निपटने के लिए सैन्य ताकत” की जरूरत पर जोर दिया। वहीं रक्षा मंत्री हेगसेथ ने “वोक कल्चर” को समाप्त करने की बात कही और सैनिकों के लिए “जेंडर-न्यूट्रल” या “पुरुष-स्तर” की फिटनेस मानक तय करने की घोषणा की। (एपी)
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