
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इतिहास कभी नहीं भूलेगा कि अल कायदा के सरगना आतंकी ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर धावा बोलने और उसके सिर में गोली मारने वाले अमेरिकी नेवी सील के जवान थे। ट्रंप ने यह भी दोहराया कि 2001 में अल कायदा आतंकियों द्वारा वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स पर हमले से एक साल पहले ही उन्होंने लादेन के बारे में चेतावनी दी थी।
ट्रंप ने क्या कहा?
अमेरिकी नौसेना की 250वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक विशेष समारोह के दौरान वर्जीनिया के नॉरफोक में ट्रंप ने कहा, ‘‘इतिहास कभी नहीं भूलेगा कि वो नेवी सील के जवान थे जिन्होंने ओसामा बिन लादेन के परिसर में घुसकर उसके सिर में गोली मारी थी। याद रखिएगा।’’ ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 9/11 हमले से एक साल पहले ही अधिकारियों से लादेन पर नजर रखने को कहा था। उन्होंने कहा, ‘‘कृपया याद रखें, मैंने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले से ठीक एक साल पहले ओसामा बिन लादेन के बारे में लिखा था। मैंने कहा था, ‘आपको ओसामा बिन लादेन पर नजर रखनी होगी।’ मैंने एक साल पहले कहा था कि मैंने ओसामा नाम के एक व्यक्ति को देखा है और मुझे वह पसंद नहीं आया। मैंने कहा था कि उस पर नजर रखनी होगी।’’
छलका ट्रंप का दर्द
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “उन्होंने नजर नहीं रखी। एक साल बाद उसने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को उड़ा दिया। इसलिए मुझे थोड़ा श्रेय लेना चाहिए, क्योंकि कोई और तो मुझे देगा नहीं।’’ ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी नौसेना ने ही लादेन के ‘‘शव को जहाज यूएसएस कार्ल विंसन से समुद्र में फेंक दिया था।’’
पाकिस्तान में मारा गया था लादेन
मई 2011 में अमेरिकी नेवी सील ने एक अभियान में लादेन को मार गिराया था, जो पाकिस्तान के एबटाबाद में एक मकान में छिपा हुआ था। यह कार्रवाई तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में की गई थी। पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व में अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के आलोचक रहे ट्रंप ने यह भी कहा, ‘‘अमेरिका, अफगानिस्तान में आसानी से जीत जाता। हम हर युद्ध आसानी से जीत सकते थे।’’ (भाषा)
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