
इजरायल और हमास का युद्ध
Explainer: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और हमास के बीच युद्ध समाप्त करने की पहल की है और गाजा शांति योजना के तहत दोनों देशों को युद्ध रोकने को लेकर बात करने को कहा है। बता दें कि आज के ही दिन यानी 07 नवंबर को दोनों देशों के बीच युद्ध की शुरुआत हुई थी और मंगलवार को युद्ध शुरू हुए दो साल पूरे हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से दिए गए प्रस्ताव गाजा शांति योजना के प्रति समर्थन के संकेत के बाद, इज़राइल और हमास ने सोमवार को गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए अप्रत्यक्ष वार्ता शुरू की है। दोनों देशों के बीच मिस्र के लाल सागर स्थित रिसॉर्ट शर्म अल-शेख में ये वार्ता हो रही है, जिसमें युद्धविराम की सभी स्थितियों पर बात की जा रही है ताकि हमास ने जिन बंधकों को बंदी बनाया है, उन्हें इज़राइल में सैकड़ों फ़िलिस्तीनी कैदियों के बदले रिहा किया जा सके।
इजरायल हमास युद्ध
ट्रंप की गाजा शांति योजना सफल होगी?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गजा पीस प्लान को व्यापक तौर पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिला है और उनकी इस योजना ने इजरायल और हमास के बीच चल रहे विनाशकारी युद्ध के अंत की उम्मीद जगाई है। दो साल से चल रहे इस युद्ध ने वैश्विक राजनीति को उलट-पुलट कर दिया है और इस युद्ध ने हज़ारों फ़िलिस्तीनियों की जान ले ली है और गाजा पट्टी को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। इजरायल और हमास के बीच का युद्ध 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास के नेतृत्व वाले उग्रवादियों ने दक्षिणी इज़राइल में धावा बोल दिया था और लगभग 1,200 लोगों, जिनमें ज़्यादातर नागरिक थे, की हत्या कर दी थी और 251 का अपहरण कर लिया था।
अमेरिका के गजा शांति प्लान की इस नवीनतम योजना को लेकर कई अनिश्चितताएं बनी हुई हैं, जिनमें हमास द्वारा निरस्त्रीकरण की मांग और गाजा के भविष्य के शासन का मुद्दा शामिल है। शनिवार को एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ अमेरिकी वार्ता दल का नेतृत्व कर रहे हैं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर मिस्र पहुंच चुके हैं और उनके वार्ता में शामिल होने की उम्मीद है।
इजरायल हमास युद्ध
दोनों देशों के बीच बातचीत की पहल
हमास ने कहा है कि उसके प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उसके मुख्य वार्ताकार खलील अल-हय्या करेंगे, और इज़राइल ने कहा है कि उसके प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उसके शीर्ष वार्ताकार और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के विश्वासपात्र रॉन डर्मर करेंगे, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वह मिस्र में मौजूद हैं या नहीं। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा है कि विदेश नीति सलाहकार ओफिर फॉक भी इज़राइल के लिए अन्य लोगों के साथ इस वार्ता में मौजूद रहेंगे। अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि ये वार्ता कितनी देर तक चलेगी।
दोनों देश बंधकों की करेंगे रिहाई
इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने कहा कि यह “अधिकतम कुछ दिनों तक सीमित” रहेगी, और ट्रंप ने कहा है कि हमास को जल्दी कदम उठाना होगा, “वरना सारी शर्तें धरी की धरी रह जाएंगी।” हमास के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मलबे में दबे बंधकों के शवों का पता लगाने में और समय लग सकता है। सैद्धांतिक रूप से कहें तो दोनों देश के बीच सभी तरह के कलह तुरंत समाप्त हो जाएंगे। इस समझौते के तहत, हमास अपने सभी बंधकों, चाहे वे जीवित हों या मृत, को 72 घंटों के भीतर रिहा कर देगा। बता दें कि उग्रवादियों के पास अभी भी 48 बंधक हैं। इज़राइल का मानना है कि उनमें से 20 जीवित हैं।
इजरायल हमास युद्ध
ट्रंप और टोनी ब्लेयर की अहम होगी भूमिका
इज़राइल अपनी जेलों में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 250 फ़िलिस्तीनियों और युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा से हिरासत में लिए गए 1,700 लोगों को रिहा करेगा, जिनमें सभी महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इज़राइल प्रत्येक बंधक के शव के बदले 15 फ़िलिस्तीनियों के शव भी सौंपेगा। हमास के हथियार रखने के बाद इज़राइली सैनिक गजा से हट जाएंगे और एक अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा बल तैनात किया जाएगा। इस क्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय शासन के अधीन रखा जाएगा, जिसकी देखरेख ट्रम्प और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर करेंगे।
इजरायल हमास युद्ध
युद्ध रोकने के लिए रखी गई शर्तें, कई सवाल अभी भी संदेह के घेरे में
- फ़िलिस्तीनी टेक्नोक्रेट्स का एक अंतरिम प्रशासन दैनिक कामकाज संभालेगा। हमास का गाजा के प्रशासन में कोई योगदान नहीं होगा और सुरंगों सहित उसके सभी सैन्य ढांचे को ध्वस्त कर दिया जाएगा। जो सदस्य शांतिपूर्वक रहने का संकल्प लेंगे उन्हें माफ़ी दी जाएगी। जो लोग गाजा छोड़ना चाहते हैं वे ऐसा कर सकते हैं।
- फ़िलिस्तीनियों को गजा से नहीं निकाला जाएगा। बड़ी मात्रा में मानवीय सहायता की अनुमति होगी और इसका संचालन संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रिसेंट सहित “तटस्थ अंतर्राष्ट्रीय निकायों” द्वारा किया जाएगा।
- हमास के एक बयान में कहा गया कि वह बंधकों को रिहा करने और अन्य फ़िलिस्तीनियों को सत्ता सौंपने को तैयार है, लेकिन योजना के अन्य पहलुओं पर फ़िलिस्तीनियों के बीच और विचार-विमर्श की आवश्यकता है। बयान में हमास के निरस्त्रीकरण का कोई ज़िक्र नहीं किया गया, जो कि इज़राइल की एक प्रमुख मांग है।
- नेतन्याहू ने कहा है कि इज़राइल ट्रम्प की गजा शांति योजना के “पहले चरण” के कार्यान्वयन के लिए तैयार है। लेकिन उनके कार्यालय ने एक बयान में कहा कि इज़राइल उन सिद्धांतों के आधार पर युद्ध समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है जो उसने पहले निर्धारित किए हैं। नेतन्याहू लंबे समय से कहते रहे हैं कि हमास को आत्मसमर्पण करना होगा और हथियार डालना होगा।
- इज़राइली सेना ने कहा कि देश के नेताओं ने उसे अमेरिकी योजना के पहले चरण की तैयारी करने का निर्देश दिया है।
- दोनों देशों की मांग के बात सबसे बड़ा प्रश्न प्रमुख कदमों के समय को लेकर हैं। हमास के एक अधिकारी ने कहा कि कुछ बंधकों के शवों का पता लगाने में उसे कई दिन या हफ़्ते लगेंगे। और हमास के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुझाव दिया है कि अभी भी बड़े मतभेद हैं जिनके लिए आगे बातचीत की आवश्यकता है। एक प्रमुख मांग हमास के हथियार डालने की है, लेकिन समूह के जवाब में इसका कोई ज़िक्र नहीं है।
- यह स्पष्ट नहीं है कि हमास के अधिकारी इस योजना पर आपस में सहमत हो पाएंगे या नहीं। एक वरिष्ठ अधिकारी, मूसा अबू मरज़ूक ने कहा कि हमास अपने हथियार गज़ा पर शासन करने वाले किसी भावी फ़िलिस्तीनी निकाय को सौंपने को तैयार है, लेकिन ट्रंप की योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए समूह के आधिकारिक बयान में इसका कोई ज़िक्र नहीं था।
- एक अन्य अधिकारी, ओसामा हमदान ने अल अरबी टेलीविज़न को बताया कि हमास गाज़ा पट्टी पर विदेशी प्रशासन को अस्वीकार करेगा और विदेशी सेनाओं का प्रवेश “अस्वीकार्य” होगा।
- इस तरह से ट्रंप की शांति योजना के कुछ हिस्से अभी अस्पष्ट हैं। हमास चाहता है कि इज़राइल गज़ा से पूरी तरह हट जाए, लेकिन योजना में कहा गया है कि इज़राइल एक “सुरक्षा परिधि” बनाए रखेगा, जिसका अर्थ यह हो सकता है कि वह क्षेत्र के अंदर एक बफर ज़ोन बनाए रखेगा।
- इन सबके बीच गज़ा का भविष्य अभी भी सवालों के घेरे में है।