
मिस मिमी और अजय देवगन।
1990 की बॉलीवुड क्लासिक फिल्म ‘दिल’ में आमिर खान और माधुरी दीक्षित के अभिनय के साथ-साथ एक ऐसा सीन है जो आज भी दर्शकों के दिलों में खास जगह रखता है। यह दृश्य बॉक्सिंग रिंग के अंदर फिल्माया गया था, जहां माधुरी का किरदार आमिर खान और आदि ईरानी को आमने-सामने खड़ा करता है और कहता है कि जो भी हारेगा उसे ‘मिस मिमी’ को किस करना होगा। इस सीन की कॉमिक टाइमिंग ने दर्शकों को खूब हंसाया, लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि मिस मिमी के किरदार के पीछे एक बहुत ही अनोखी और अलग कहानी है। ‘सड़क से उठाकर स्टार बान दूंगा’, ये लाइन उन पर सटीक बैठती है।
मिस मिमी की असली पहचान
2022 में मिड-डे के साथ हुए एक साक्षात्कार में अभिनेता आदि ईरानी ने मिस मिमी की कास्टिंग के पीछे की असली कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि वह महिला कोई प्रशिक्षित अभिनेत्री नहीं थी, बल्कि एक भिखारी थी जिसे सड़क से उठाकर फिल्म के लिए लाया गया था। आदि ने बताया कि फिल्म के निर्माता एक ऐसी लड़की की तलाश में थे जो बिल्कुल ग्लैमरस न दिखे, बल्कि ऐसा चेहरा हो जो इस मजाकिया सीन को और भी प्रभावशाली बना सके। निर्देशक इंद्र कुमार चाहते थे कि किरदार में प्रामाणिकता हो, इसलिए वे किसी पेशेवर अभिनेत्री से ज्यादा एक असली किरदार की तलाश में थे। इंद्र कुमार की नजर एक दिन ट्रैफिक सिग्नल के पास खड़ी एक महिला पर पड़ी। आदि ने याद किया, ‘वह अलग थी। उसका चेहरा और हाव-भाव बिल्कुल वैसा था जैसा मैं और निर्देशक ढूंढ रहे थे।’ जब सहायक ने यह कहा कि वह महिला भिखारी है तो निर्देशक ने कहा, ‘अभिनय तो मैं उससे करवा लूंगा, पर इस रोल के लिए यही चेहरा चाहिए।’
माधुरी, आमिर और मिस मिमी।
‘दिल’ के बाद मिस मिमी की जिंदगी
इस तरह एक गुमनाम जीवन बिता रही लड़की मिस मिमी बन गई। ‘दिल’ के बाद मिस मिमी की जिंदगी में कई बदलाव आए। बिना किसी औपचारिक प्रशिक्षण के उन्होंने कई फिल्मों में छोटे मगर यादगार किरदार निभाए। सोनाली बेंद्रे, ट्विंकल खन्ना, और आमिर खान जैसे सितारों के साथ काम किया। ‘दिलजले’, ‘मेला’ और ‘बेटा’ जैसी फिल्मों में उनकी उपस्थिति ने उन्हें दर्शकों के बीच पॉपुलर कर दिया और वो जाना-पहचाना चेहरा बन गईं। खासकर अजय देवगन के साथ उनका वह दृश्य, जिसमें उन्होंने अजय देवगन को अपनी बाहों में उठाया था, आज भी लोगों को याद है।
एक दुखद मोड़ ने बदली मिस मिमी की जिंदगी
मिस मिमी की कहानी में दुखद मोड़ आया। आदि ईरानी ने बताया कि फिल्मों में उनके करियर के बाद उन्होंने एक ट्रक ड्राइवर से शादी कर एक सामान्य जीवन बिताना शुरू किया। उनकी शादी भव्य समारोह में हुई थी और शुरुआती साल काफी खुशियों से भरे हुए थे, लेकिन जल्द ही उनकी सेहत बिगड़ने लगी। फिल्मी करियर से पहले की गरीबी और मुश्किल जीवन ने उनके स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति पर बुरा असर डाला था। आदि ने कहा, ‘वह मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं और ऐसे में अपना ध्यान नहीं रख सकीं। उनकी तबीयत धीरे-धीरे बिगड़ती गई और आखिर में उनकी मौत हो गई।’
सोनाली और मिस मिमी।
मिस मिमी का नाम आज भी एक रहस्य
दिलचस्प बात यह है कि मिस मिमी का असली नाम आज भी कोई नहीं जानता है। आदि ईरानी ने बताया कि वो उनकी इज्जत करते थे। उन्होंने कहा, ‘वह खास थीं, और मैं उनकी उस भूमिका में निभाई गई ईमानदारी को हमेशा याद रखूंगा।’ हालांकि उनका नाम भुला दिया गया है, लेकिन ‘दिल’ में उनकी भूमिका आज भी हिंदी सिनेमा प्रेमियों के दिलों में जिंदा है।
ये भी पढ़ें: खूबसूरती में देती थी ऐश्वर्या को टक्कर, फिर खटकने लगी बॉलीवुड की चकाचौंध, अब बौद्ध भिक्षु बनकर चुना संन्यासी जीवन