
कानपुर में यौन उत्पीड़न पीड़िता का पुलिस पर आरोप।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के जाजमऊ इलाके में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय एक दरोगा ने कथित रूप से आरोपी को लेकर पीड़िता के घर पहुंचकर समझौते का दबाव बनाया। आरोपी ने पीड़िता को धमकी भरी भाषा में कहा, “कॉम्प्रोमाइज कर लो, वरना समाज में तुम्हारी बेइज्जती हो जाएगी।” इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया। ACP कैंट आकांक्षा पांडे ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करने के सख्त निर्देश दिए हैं, जबकि दरोगा अभिषेक कुमार शुक्ला के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। यह घटना न केवल पीड़िता के लिए दर्दनाक है, बल्कि पुलिस की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर रही है।
आरोपी की लंबी हिस्ट्री, कोचिंग जाते वक्त करता था छेड़छाड़
जाजमऊ थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने बताया कि आरोपी देवेंद्र प्रजापति उसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पीड़िता के अनुसार, देवेंद्र अक्सर कोचिंग जाते समय उसके साथ बदतमीजी करता था। वह उसे वॉट्सऐप पर अश्लील मैसेज भेजता और शादी का झांसा देकर दबाव बनाता। कुछ दिन पहले तो देवेंद्र ने कथित तौर पर युवती को अपनी कार में खींच लिया और जोर-जबरदस्ती करने की कोशिश की। किसी तरह जान बचाकर भागी युवती को आरोपी ने तेजाब डालकर जान से मारने की धमकी दी, जिससे वह कई दिनों तक कोचिंग जाना बंद कर दिया।
फिर जब युवती ने कोचिंग दोबारा शुरू की, तो देवेंद्र की हरकतें दोहराई गईं। परेशान होकर पीड़िता ने पुलिस कंट्रोल रूम (डायल 112) पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई। लेकिन जाजमऊ थाने से कोई कार्रवाई न होने पर मामला और गंभीर हो गया। पीड़िता ने कहा कि आरोपी के प्रभाव के कारण थाने में उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया।
दरोगा का ‘मांडवाली’ का वीडियो वायरल, घर पर पहुंचा आरोपी संग
पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई की उम्मीद के बजाय जाजमऊ थाने का दरोगा अभिषेक कुमार शुक्ला आरोपी देवेंद्र प्रजापति को लेकर उसके घर पहुंच गया। वहां दरोगा ने कथित तौर पर पीड़िता को समझौते के लिए मजबूर करने की कोशिश की। वीडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि आरोपी कह रहा है, “कॉम्प्रोमाइज कर लो, वरना तुम्हारी बेज्जती हो जाएगी।” पीड़िता ने बताया कि इस दौरान दरोगा चुपचाप खड़ा रहा, जबकि आरोपी हंसते हुए चैलेंज दे रहा था कि वह उसे जेल नहीं भिजवा पाएगी। इस घटना ने पीड़िता को मानसिक रूप से तोड़ दिया और उसने पूरा मामला ACP आकांक्षा पांडे के पास पहुंचा दिया।
ACP का त्वरित एक्शन, विभागीय जांच शुरू
मामले की शिकायत मिलते ही ACP आकांक्षा पांडे ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने जाजमऊ थाने को पीड़िता की FIR दर्ज करने का आदेश दिया। ACP ने कहा, “हमें आरोपी देवेंद्र प्रजापति के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई है। उसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें यौन उत्पीड़न और धमकी जैसे अपराध शामिल हैं। हम मामले की गहन जांच कर रहे हैं और आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।” दरोगा अभिषेक कुमार शुक्ला के खिलाफ भी ACP ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर दोष सिद्ध होता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें निलंबन या विभागीय दंड शामिल हो सकता है। पुलिस ने पीड़िता को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है और आरोपी की तलाश तेज कर दी है।
पीड़िता की मनोदशा और सामाजिक संदेश
यह घटना पीड़िता के लिए बेहद दर्दनाक रही है। युवती ने बताया कि आरोपी की धमकियों और पुलिस की निष्क्रियता से वह डरी हुई है, लेकिन अब न्याय की उम्मीद जागी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़िताओं को तत्काल सुरक्षा और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान की जानी चाहिए। यह मामला महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करता है। (रिपोर्ट: अनुराग श्रीवास्तव)
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