
Pakistan Airstrike Afghanistan (Representationl Image)
Pakistan Airstrike Afghanistan: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार सुबह तेज धमाकों की आवाज सुनी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमाके पाकिस्तान एयर फोर्स की एयरस्ट्राइक के कारण हुए हैं। पाकिस्तानी चैनलों ने दावा किया कि इन हमलों का निशाना तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के ठिकाने थे। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में हवाई हमले ऐसे समय में किए हैं जब तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी भारत दौरे पर हैं।
क्या बोले तालिबान के प्रवक्ता?
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, “काबुल शहर में धमाके की आवाज सुनी गई है। किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है, सब ठीक है, घटना की जांच चल रही है और अब तक किसी नुकसान की रिपोर्ट नहीं है।”
कतर में तालिबान के राजदूत ने जारी किया बयान
कतर में तालिबान के राजदूत मुहम्मद सुहैल शाहीन ने बयान जारी कर कहा कि काबुल में धमाकों की आवाज सुनी गई, लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया कि हमले में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान प्रमुख नूर वली महमूद को मार गिराया गया है। अफगान मीडिया ने खबरों का खंडन किया है और इस बीच नूर वली महसूद का एक ऑडियो सामने आया जिसमें उसने खुद के जिंदा होने की बात कही है। महमूद ने पाकिस्तान पर फेक प्रोपेगेंडा करने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने दी थी धमकी
बता दें कि, हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी थी कि अफगानिस्तान की जमीन अगर पाकिस्तान विरोधी आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल होती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब आसिफ की धमकी के बाद पाकिस्तान की ओर से ये हवाई हमले किए गए हैं। आसिफ ने धमकी भरे लहजे में कहा था कि अफगानिस्तान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को अपने देश के अंदर सुरक्षित पनाहगाह दे रहा है। उन्होंने कहा था कि ‘इनफ इज इनफ’ यानी अब बहुत हो गया।
भारत का वफादार है अफगानिस्तान
पाकिस्तान किस कदर बौखलाया हुआ है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसे भारत और अफगानिस्तान के बीच गहरे होते रिश्ते चुभ रहे हैं। ख्वाजा आसिफ ने तो अफगानिस्तान को भारत का मुरीद और पाकिस्तान का दुश्मन करार दिया है। ख्वाजा ने अफगान जनता के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि चाहे अतीत हो, वर्तमान हो या भविष्य, अफगानी हमेशा से भारत के प्रति वफादार रहे हैं और पाकिस्तान के खिलाफ रहते हैं।
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