
आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार का निधन
हरियाणा कैडर के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार (2001 बैच) ने खुद को गोली मारकर हत्या कर ली थी। इस पर आईपीएस अधिकारी संघ (हरियाणा कैडर) ने गहरा शोक व्यक्त किया है। संघ ने शुक्रवार शाम को एक विशेष बैठक आयोजित की, जिसमें कुमार के इस तरह के निधन को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
समूचे सिविल सर्विसेज समुदाय में शोक की लहर
संघ के महासचिव ने जारी बयान में कहा, ‘आईपीएस वाई. पूरन कुमार एक समर्पित, साहसी और निष्पक्ष अधिकारी थे, जिन्होंने प्रशासनिक पारदर्शिता, वरिष्ठता और अधिकारियों के अधिकारों के लिए हमेशा संघर्ष किया। उनके निधन से न केवल हरियाणा पुलिस बल, बल्कि समूचे सिविल सर्विसेज समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है। हम उनकी स्मृति को हमेशा संजोए रखेंगे।’
तत्काल कार्रवाई की मांग
बैठक में संघ ने दिवंगत अधिकारी की पत्नी, आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर हरियाणा सरकार तथा चंडीगढ़ प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की। अमनीत कुमार वर्तमान में हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग में आयुक्त एवं सचिव के पद पर कार्यरत हैं।
सुसाइड नोट में जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न का आरोप
बता दें कि 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने सरकारी आवास पर वाई. पूरन कुमार (52 वर्ष) को गोली लगी अवस्था में मृत पाया गया था। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है। घटनास्थल से बरामद आठ पेजों के एक नोट में उन्होंने कथित जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और प्रशासनिक उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। चंडीगढ़ पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है, जिसमें फोरेंसिक रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों का इंतजार किया जा रहा है।
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