
कानपुर में धमाके को लेकर वायरल हो रही फेक न्यूज
सोशल मीडिया पर कई तरह की फेक न्यूज वायरल की जाती हैं। इनको मनगढ़त तरीके से लिखा जाता है और फिर इन्हें सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जाता है। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ऐसे ही फेक न्यूज का पता लगाकर फैक्ट चेक करती है।
क्या हो रहा वायरल?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कानपुर में स्कूटी पर हुए धमाके को लेकर एक पोस्ट डाली गई है। मेरा हिंदुस्तान नाम (Mera Hindustan) के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स लिखा गया, ‘खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) ने कानपुर के मिश्री बाजार स्थित मरकज मस्जिद के पास हुए विस्फोट की जिम्मेदारी ली है, जहां दो खड़े स्कूटरों में विस्फोट हुआ, इसमें 8 लोग घायल हो गए।
पूरी तरह फेक है ये दावा
कानपुर के मिश्री बाजार पर हुए धमाके की सत्यता की जांच की गई है। भारत सरकार के प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने कानपुर धमाके का फैक्ट चेक कर बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मेरा हिंदुस्तान नाम के अकाउंट द्वारा जो दावा किया जा रहा है वो पूरी तरह फेक है।
खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से नहीं है कोई संबंध
पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा, ‘मेरा हिंदुस्तान नाम के एक्स हैंडल झूठा दावा कर रहा है कि कानपुर के मिश्री बाजार स्थित मरकज मस्जिद के पास हुए विस्फोट की जिम्मेदारी खालिस्तान जिंदाबाद फ़ोर्स (KZF) ने ली है।’ पीआईबी फैक्ट चेक में पाया गया कि विस्फोट अवैध पटाखों के भंडारण के कारण हुआ था। इसका खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से कोई संबंध नहीं है।
अवैध पटाखों के भंडारण कारण हुआ हादसा
कानपुर पुलिस ने भी इसे फेक बताया है। इस घटना से जुड़ी संक्षिप्त जानकारी साझा की है, जिसमें कानपुर पुलिस द्वारा कहा गया कि घटना की प्रारंभिक जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि यह मामला अवैध पटाखों के भंडारण के कारण हुआ है।
अफवाहों को लेकर लोगों से सावधान रहने की अपील
इस तरह कानपुर के मिश्री बाजार में हुए धमाके को लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। कानपुर पुलिस और पीआईबी फैक्ट चेक ने इन मनगढ़त दावों को पूरी तरह फेक बताया है। पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा कि ऐसे संदिग्ध अकाउंट से सावधान रहें, जो दहशत फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए फर्जी खबरें और दुष्प्रचार फैलाते हैं।