
नदियों का शहर
अगर आपको नेचर के आसपास रहना पसंद है, तो आज हम आपको भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जहां पर 17 नदियां बहती हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के इस जिले को नदियों के शहर के नाम से भी जाना जाता है। इस जिले की पूरब दिशा में मऊ, पश्चिम में सुल्तानपुर, उत्तर में गोरखपुर, दक्षिण-पूर्व में गाजीपुर और दक्षिण पश्चिम में जौनपुर जिला है। उत्तर प्रदेश में स्थित आजमगढ़ में छोटी-बड़ी कई पवित्र नदियां बहती हैं। आइए इन नदियों के बारे में जानकारी हासिल करते हैं।
मुख्य नदियों में घाघरा और तमसा
इस जिले की मुख्य नदियों में घाघरा और तमसा नदी के नाम को शामिल किया जाता है। घाघरा नदी को सरयू नदी के नाम से भी जाना जाता है। आजमगढ़ जिला तमसा नदी के किनारे बसा हुआ है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में 3 जगह पर संगम क्षेत्र मौजूद है। इस जिले में घाघरा और तमसा के अलावा मंगई, भैसही, ओरा और बगाड़ी नदियां भी बहती हैं।
बहती हैं कई नदियां
आजमगढ़ में गांगी, मंझुई, उदन्ती, कुंवर, सीलनी और बेस जैसी नदियां भी बहती हैं। आपको बता दें कि संरक्षण की कमी की वजह से ये नदियां अपना अस्तित्व खोने को मजबूर हैं। अगर आप आजमगढ़ जिले के बारे में बिल्कुल नहीं जानते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि इस जिले से पौराणिक स्थलों से लेकर ऋषि-मुनियों और साहित्य तक का इतिहास जुड़ा हुआ है।
नदियों का महत्व
नदियों की वजह से केवल जीव-जन्तुओं की प्यास ही नहीं बुझती बल्कि फसलों की सिंचाई के लिए भी नदियां बेहद जरूरी होती हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में 200 से भी ज्यादा नदियां बहती हैं। अगर आपको नेचर, ऐतिहासिक जगह और साहित्य पसंद है, तो आप उत्तर प्रदेश में स्थित आजमगढ़ जिले को एक्सप्लोर करने का प्लान बना सकते हैं।