
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप।
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भले ही इस साल नोबेल शांति पुरस्कार न मिला हो, लेकिन लगता है कि उन्होंने अभी भी अगले साल के लिए उम्मीद नहीं छोड़ी है। उन्होंने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को भी आसानी से हल करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें इसे हल करना पड़ा तो यह उनके लिए बाएं हाथ का खेल है। ट्रंप ने यह बयान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ शुक्रवार को लंच के दौरान मीडिया से बात करते हुए दिया।
‘मेरे लिए इसे हल करना आसान है’
ट्रंप ने कहा, ‘मुझे पता है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर हमला किया या वहां लड़ाई चल रही है। मेरे लिए इसे हल करना आसान है, अगर मुझे ये करना पड़े तो।’ उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने पहले भी लाखों जिंदगियां बचाई हैं और इस तनाव को सुलझाने में भी कामयाबी हासिल करेंगे। ट्रंप ने जोर देकर कहा, ‘मुझे लोगो की जान बचाना पसंद है। मैंने लाखों-करोड़ों जिंदगियां बचाई हैं, और मुझे यकीन है कि इस जंग में भी हमें कामयाबी मिलेगी।’
पाक-अफगान सीमा पर भारी तनाव
पाकिस्तान ने हाल ही में अफगानिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर ताजा हवाई हमले किए, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। यह हमले उस वक्त हुए जब दोनों देशों ने 2 दिन के सीजफायर को बढ़ाने का फैसला किया था। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, ये हमले नॉर्थ वजीरिस्तान में एक सैन्य ठिकाने पर आतंकवादियों के बंदूक और बम हमले के बाद किए गए। इन हमलों ने दोहा में होने वाली बातचीत पर सवालिया निशान लगा दिया है।
नोबेल शांति पुरस्कार पर ट्रंप का तंज
ट्रंप ने इस दौरान नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने 8 जंगों को सुलझाया, लेकिन फिर भी उन्हें यह सम्मान नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘हमने 8 लड़ाइयां रुकवाईं, लेकिन हर बार जब मैं एक मसला सुलझाता हूं, लोग कहते हैं कि अगर आप अगला मसला सुलझाओगे तो नोबेल मिलेगा।’ ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्हें नोबेल की परवाह नहीं, उनका मकसद सिर्फ जिंदगियां बचाना है।
‘बहुत अच्छी महिला को नोबेल मिला है’
ट्रंप ने 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मारिया कोरिना मचाडो का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुझे नोबेल नहीं मिला। एक बहुत अच्छी महिला को मिला, मैं उन्हें नहीं जानता, लेकिन वह बहुत उदार थीं। मुझे इन चीजों की परवाह नहीं, मुझे बस जिंदगियां बचाने की फिक्र है।’ बता दें कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव हाल के महीनों में बढ़ा है, खासकर आतंकवादी गतिविधियों को लेकर। दोनों देश एक-दूसरे पर आतंकवादियों को पनाह देने का इल्जाम लगाते रहे हैं।