
धनतेरस की आरती
Dhanteras 2025 Aarti Live (धनतेरस की आरती): धनतेरस से ही दीपावली महोत्सव की शुरुआत हो जाती है और इस साल ये त्योहार 18 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। पौराणिक मान्यताओं अनुसार इस दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि जी हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा जरूर की जाती है। इसके अलावा इस शुभ अवसर पर लोग मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की भी पूजा करते हैं। यहां आप जानेंगे धनतेरस की आरती के लिरिक्स।
धनतेरस पर कौन सी आरती की जाती है (Dhanteras Par Kis Devi-Devtra Ki Aarti Hoti Hai)
- भगवान गणेश
- धन्वंतरि भगवान
- लक्ष्मी माता
- कुबेर देवता
धनतेरस 2025 आरती का समय (Dhanteras 2025 Aarti Time)
धनतेरस की आरती का समय शाम 07:16 से 08:20 बजे का है। इस समय पर आरती करने से आपको माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
धनतेरस की आरती (Dhanteras Ki Aarti)
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- तुमको निशदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥
- उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग माता।
- सूर्य चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- दुर्गा रूप निरंजनी, सुख-संपति दाता।
- जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- तुम ही पाताल निवासिनी, तुम ही शुभदाता।
- कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भव निधि की त्राता॥
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- जिस घर तुम रहती हो, तांहि में हैं सद्गुण आता।
- सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- तुम बिन यज्ञ ना होता, वस्त्र न कोई पाता।
- खान पान का वैभव, सब तुमसे आता॥
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता।
- रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई नर गाता।
- उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
- तुमको निशदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
धनतेरस से जुड़ी आरती और मंत्रों के बारे में जानने के लिए बने रहिए हमारे इस लाइव ब्लॉग पर…