कपूर खानदान का सुपरस्टार हर दिन पीता था 100 सिगरेट, शराब के बिना एक दिन नहीं था गुजारा, फिर पड़ी ऐसे शख्स की नजर, बन गया महात्मा


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Image Source : GOLDEN CINEMA/FB
रणधीर कपूर, शम्मी कपूर और शशि कपूर।

राज कपूर के परिवार की परंपरा को निभाते हुए, शम्मी कपूर को भी शराब और सिगरेट का शौक था। वो हर दिन शराब पीते थे और उनकी एक भी रात शराब के बिना नहीं गुजरती थी। पर्दे पर जितने हसमुख और मस्तमौला नजर आते थे, असल जिंदगी में उतने ही गुस्सैल और जिद्दी माने जाते थे, लेकिन उनकी जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आया, जिसने उन्हें पूरी तरह से बदल दिया, ये बदलाव आया एक रहस्यमयी योगी, हैड़ाखान बाबा के संपर्क में आने के बाद।

पहली मुलाकात जिसने झकझोर दिया

साल 1974 में शम्मी कपूर की पत्नी के परिवार ने हैड़ाखान बाबा को अपने घर आमंत्रित किया। शम्मी खुद उनसे मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं रखते थे। फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त थे, लेकिन परिवार के दबाव में वहां पहुंचे। शुरुआत में वो बस एक कोने में बैठकर बाबा की तस्वीरें खींचते रहे, लेकिन तभी उन्होंने महसूस किया कि बाबा की निगाहें उन पर टिकी हैं और उसी पल उनके भीतर कुछ बदल गया।

Shammi kapoor

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पहली तस्वीर में राज कपूर और शशि कपूर के साथ शम्मी, दूसरी तस्वीर में आध्यात्म अपनाने के बाद शम्मी।

आश्रम की यात्रा और अद्भुत परिवर्तन

इस रहस्यमयी अनुभव के बाद शम्मी बाबा के नैनीताल स्थित आश्रम गए। उन्होंने अपने साथ शराब, मांसाहारी खाना और संगीत का पूरा इंतजाम कर रखा था, उन्हें लगता था कि बिना इन चीजों के उनका एक दिन भी नहीं कट सकता, लेकिन जब वो आश्रम पहुंचे तो बाबा ने मुस्कराते हुए उन्हें कहा, ‘आ गए महात्मा जी!’ यह एक वाक्य शम्मी के दिल को छू गया। आश्रम में 12 दिन तक न शराब छुई, न मांसाहार किया और उन्हें इसकी जरूरत भी नहीं महसूस हुई। आश्रम के शांत वातावरण और बाबा की उपस्थिति ने उनका जीवन बदल दिया। धीरे-धीरे उन्होंने शराब और सिगरेट छोड़ दी और पूरी तरह से आध्यात्मिकता की ओर मुड़ गए।

नीला देवी ने बताया कैसे बदले शम्मी

शम्मी कपूर की पत्नी नीला देवी बताती हैं, ‘गुरु जी ने कभी शम्मी जी पर कुछ नहीं थोपा। वो खुद ही उस रास्ते से जुड़ गए। वे बाबा के साथ यात्राओं पर जाने लगे, साधना करने लगे।’ उन्होंने आगे बताया कि शम्मी पहले कभी कैरेक्टर रोल करना नहीं चाहते थे, लेकिन बाबा के प्रभाव से वे विनम्र हुए और फिल्मों में सपोर्टिंग रोल्स भी स्वीकार करने लगे। एक समय ऐसा भी था जब वे रोज 100 सिगरेट पीते थे। लेकिन धीरे-धीरे वो भी छूट गई। उन्होंने हैड़ाखान बाबा को समर्पित एक वेबसाइट बनाई और ‘शम्मी कपूर अनप्लग्ड’ जैसे कार्यक्रमों में अपने अनुभव साझा करते रहे।

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