
अशोक गहलोत, तेजस्वी यादव।
बिहार विधानसभा चुनाव में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा महागठबंधन के दलों के बीच फ्रेंडली फाइट की है। RJD, कांग्रेस, VIP और लेफ्ट पार्टियों का महागठबंधन बिहार चुनाव में सीट बंटवारे के मामले में बुरी तरह उलझ चुका है। करीब एक दर्जन सीटों पर घटक दल के कैंडिडेट एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं तो महागठबंधन में मचे महा घमासान को खत्म करने की कोशिशें तेज हो गई हैं।
डैमेज कंट्रोल करने पटना आ रहे हैं गहलोत
डैमेज कंट्रोल करने आज कांग्रेस नेता अशोक गहलोत पटना पहुंच रहे हैं जहां वह तेजस्वी यादव से मुलाकात कर उन 11 सीटों पर चर्चा करेंगे जहां गठबंधन के सहयोगी आमने-सामने हैं। फ्रेंडली फाइट वाली सभी सीटों पर भी चर्चा होगी। कांग्रेस की कोशिश है कि हर सीट पर महागठबंधन का एक उम्मीदवार हो। पटना पहुंचने से पहले कांग्रेस नेता गहलोत ने साफ किया कि सबकुछ ठीक कर लिया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि 2-4 सीटों को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर नामांकन वापस होंगे।
23 अक्टूबर को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस
बिहार चुनाव की रणनीति में अशोक गहलोत के तजुर्बे का लाभ लेने के लिए कांग्रेस उन्हें पटना भेज रही है। आज जब कांग्रेस और आरजेडी के बीच बात बन जाएगी तो 23 अक्टूबर को महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव, राजेश राम, कृष्णा अल्लावरू, दीपांकर भट्टाचार्य, मुकेश साहनी शामिल होंगे।
महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच जारी खींचतान का नतीजा है कि बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों पर महागठबधंन के 254 उम्मीदवार मैदान में हैं इनमें आरजेडी 143, कांग्रेस 60, लेफ्ट पार्टीज 33, वीआईपी 15 और इंडियन इनक्लुसिव पार्टी 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
किन 11 सीटों पर फंसा पेंच?
वहीं जिन 11 सीटों पर महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच गतिरोध कायम हैं उनमें वैशाली, कहलगांव, नरकटियागंज, सुल्तानगंज, सिकंदरा, राजापाकड़, बिहारशरीफ, बछवाड़ा, करहगर, चैनपुर और बाबू-बरही शामिल हैं। हालांकि मामला गौड़ा बौराम सीट पर भी फंसा है लेकिन इस सीट को लेकर VIP के अध्यक्ष मुकेश सहनी को उम्मीद है कि मामले को सुलझा लिया जाएगा।
‘नीतीश कांग्रेस में आते हैं तो पार्टी स्वागत के लिए तैयार’
एक तरफ महागठबंधन में पेंच सुलझाने के कोशिश तेज है तो आरजेडी ने तेजस्वी को सीएम फेस बताते हुए सॉन्ग रिलीज किया है। इस बीच पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने सीएम नीतीश को ऑफर दिया है। मंगलवार को पटना में पप्पू यादव ने कहा कि एनडीए नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी, सिर्फ कांग्रेस ही उनको सम्मान देगी। पप्पू यादव ने दावा किया कि सीएम नीतीश भी कांग्रेस में आना चाहते हैं। अगर वह कांग्रेस में आते हैं तो पार्टी उनका स्वागत करेगी।
महागठबंधन 24 अक्टूबर से प्रचार का जोर तेज करने वाला है। जाहिर है कैंपेन की रफ्तार तेज करने से पहले महागठबंधन की पार्टियां उन सारे विवादों को सुलझा लेना चाहती हैं जिसकी वजह से गठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठ रहे हैं।।
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