
Taliban fighters And Pakistan Army Chief Asim Munir
Tehrik e Taliban Pakistan Threat To Asim Munir: पाकिस्तान ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के सरगना नूर वली महसूद को मारने के लिए हाल ही में अफगानिस्तान में हवाई हमले किए थे। इन हमलों के बाद पाकिस्तान ने नूर के खात्मे का दावा किया था जिसकी हवा खुद TTP के मुखिया महसूद ने वीडियो जारी कर निकाल दी थी। ऐसे में एक बात तो साफ समझ आती है कि TTP पाकिस्तान के लिए कितना बड़ा खतरा है और क्यों शरीफ के साथ-साथ मुनीर की हवा खराब है।
TTP कमांडर पर करोड़ों का इनाम घोषित
चलिए अब इसी कड़ी में आपको ताजा घटनाक्रम बताते हैं। हुआ ये है कि पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के कमांडर काजिम पर 10 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का इनाम घोषित किया था। माना जाता है काजिम हाल में सेना के एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक मेजर की हत्या में शामिल था। काजिम पर कुर्रम के उपायुक्त जावेदुल्लाह महसूद की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है।
TTP कमांडर ने दी खुली धमकी
अब जिस TTP कमांडर पर 10 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का इनाम घोषित किया है उसने पाकिस्तान की सेना, उसके चीफ आसिम मुनीर खुली धमकी दे डाली है। TTP कमांडर काजिम ने आसिम मुनीर को धमकी देते हुए कहा है कि उसे (मुनीर) को अपने असहाय सैनिकों को मरने के लिए भेजने से बचना चाहिए और इसके बजाय टॉप के अधिकारियों को TTP की चुनौती स्वीकार करने के लिए खुद जंग के मैदान में आना चाहिए।

Taliban Fighters
जारी रहेगी जंग
TTP कमांडर काजिम ने यहां तक कहा कि मुजाहिद्दीन को अल्लाह ने हथियार दे दिए हैं। इंशा अल्लाह जंग का यह सिलसिला जारी रहेगा। अगर आप (पाक सेना के बड़े अधिकारी) मर्द हैं, मां का दूध पिया है तो आम सैनिकों को भेड़-बकरियों की तरह भेजने की जगह खुद भी आया करें। तब हम आपको जंग का मजा चखाएंगे। हम आपको बताएंगे कि जंग कैसे लड़ी जाती है।”
क्या है तहरीक-ए-तालिबान से पाकिस्तान?
जिस तहरीक-ए-तालिबान से पाकिस्तान बुरी तरह डरा हुआ है उसक की स्थापना दिसंबर 2007 में हुई थी। इसे कई छोटे-छोटे गुटों को मिलाकर बनाया गया था। इसका मकसद पाकिस्तान में इस्लामी शरीयत लागू करना, पाकिस्तान की सेना और सरकार को अमेरिका समर्थक नीतियों से हटाना, अफगान तालिबान के साथ वैचारिक एकता बनाकर इस्लामी अमीरात की स्थापना करना है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का संस्थापक बैतुल्लाह महसूद था जो दक्षिण वजीरिस्तान के महसूद कबीले से ताल्लुक रखता था। अमेरिकी ड्रोन हमले में 2009 में उसकी मौत के बाद हकीमुल्लाह महसूद, फिर फजलुल्लाह और वर्तमान में नूर वली महसूद इस संगठन का प्रमुख है।
यह भी पढ़ें:
