
सांकेतिक तस्वीर
कानपुर: कानपुर में बेटी के कोख में पलने की सज़ा एक मां को इस कदर मिली के जिसने भी ये दास्तान सुनी दंग रह गया, ससुरालियों ने बेटे की चाहत में एक महिला को ससुराल में जिस अमानवीय क्रूरता का सामना कराया, वह सुनकर आपकी रूह काँप जाएगी। ऐसे में कानपुर कमिश्नरेट के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने अपने पति समेत सात ससुरालजनों पर गंभीर आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है। पीड़िता का आरोप है कि ‘वारिस’ की अंधी चाह में न केवल उसकी कोख से दो बार जबरन बेटी छीन ली गई, बल्कि सास, ननद और पति ने मिलकर ससुर तथा देवर से अवैध संबंध बनाने का घिनौना दबाव भी बनाया।
यह हृदय विदारक मामला कानपुर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र का है, जहाँ पीड़िता ने पुलिस को बताया कि शादी के बाद से ही उसके ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करने लगे थे। पति ने दुबई की नौकरी छोड़कर बिजनेस शुरू करने के लिए मायके से कार और कैश लाने का दबाव बनाना शुरू किया। जब वह यह मांग पूरी न कर सकी, तो प्रताड़ना शुरू हो गई, जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी तक प्रभावित हो गई।
बेटी के जन्म से शुरू हुई क्रूरता की पराकाष्ठा
पीड़िता के अनुसार, उसकी पहली संतान के रूप में बेटी के जन्म लेते ही ससुराल का व्यवहार पूरी तरह बदल गया। सास और ननद उसे लगातार ताने देने लगीं और उसकी मासूम बच्ची को ‘बोझ’ बताया जाने लगा। ननद ने तो यहाँ तक धमकी दे डाली कि अगर अगली बार बेटे को जन्म नहीं दिया, तो पति की दूसरी शादी करा दी जाएगी। यह सब बेटा पैदा करने की सनक में किया जा रहा था।
कोख से दो बार छीनी बेटी, जबरन कराया गर्भपात
महिला ने बताया कि वह दोबारा गर्भवती हुई, तो सास और ननद ने उसे नौबस्ता स्थित एक निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए ले गईं। गर्भ में बेटी होने की जानकारी मिलते ही उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उसे गालियां देते हुए जबरन गर्भपात करा दिया। कुछ ही महीनों बाद जब वह तीसरी बार गर्भवती हुई, तो वही शर्मनाक और दर्दनाक घटना फिर दोहराई गई — बेटे की आस में तीसरी बार भी जबरन गर्भपात कराया गया।
ससुर और देवर से अवैध संबंध बनाने का घिनौना दबाव
क्रूरता की हद तो तब पार हो गई, जब विवाहिता फिर से गर्भवती हुई। बेटा पैदा करने की ज़िद में सास और ननद ने पीड़िता पर ससुर और देवर के साथ अवैध संबंध बनाने के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया, ताकि ‘वारिस’ पैदा हो सके। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस घिनौने कृत्य में उसके पति ने भी अपनी सहमति दी और दबाव बनाने में ससुराल वालों का साथ दिया। ऐसे में जब पीड़िता ने इसका पुरजोर विरोध किया, तो उसकी बेरहमी से पिटाई की गई।
पीड़िता ने बताया कि एक दिन घर में अकेला पाकर ससुर ने उसके साथ अश्लील हरकतें भी कीं। डरकर उसने जब सास को यह बात बताई, तो सास ने उल्टे उसे डांट दिया और पुलिस में शिकायत करने पर तलाक की धमकी देकर चुप करा दिया।
नंदोई ने की छेड़छाड़, दुधमुंही बच्ची के साथ घर से निकाला
मामला यहीं नहीं रुका। जब पीड़िता का पति इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती था, तभी नंदोई ने घर में घुसकर उसके साथ छेड़छाड़ की। जब महिला ने इसका कड़ा विरोध किया, तो उसे और उसकी दुधमुंही बच्ची को बेरहमी से पीटकर घर से बाहर निकाल दिया गया। बेघर और हताश पीड़िता ने किसी तरह बाबूपुरवा थाना पहुंचकर पति, सास, ननद, ससुर, देवर और नंदोई समेत कुल सात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में तहरीर दी।
पुलिस ने पति समेत 7 पर FIR दर्ज कर शुरू की जांच
पीड़िता की तहरीर के आधार पर बाबूपुरवा थाने में पति सहित सात ससुरालजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बाबूपुरवा इंस्पेक्टर अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया कि पति-पत्नी के बीच विवाद सामने आया है, और विवाहिता द्वारा लगाए गए बेहद संगीन आरोपों की गंभीरता से जांच की जा रही है। यह मामला बेटा पैदा करने की अंधी चाहत में रिश्तों की मर्यादा और इंसानियत को तार-तार करने का एक भयानक उदाहरण है।
रिपोर्ट: अनुराग श्रीवास्तव, कानपुर
