
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन अब बस कुछ ही हफ्तों की दूरी पर है। देश के सबसे हाईटेक एयरपोर्ट्स में शामिल होने जा रहा यह प्रोजेक्ट न केवल दिल्ली-एनसीआर की हवाई यात्रा को नया आयाम देगा, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी रफ्तार देगा। सूत्रों के मुताबिक, अगर सबकुछ तय प्लानिंग के मुताबिक रहा तो एयरपोर्ट का लोकार्पण नवंबर के आखिर या दिसंबर के पहले हफ्ते में हो सकता है। खास बात यह है कि उद्घाटन के एक हफ्ते के अंदर ही यहां से घरेलू उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
पहले चरण में 10 शहरों के लिए उड़ानें
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) ने एयरलाइंस कंपनियों के साथ समझौते पूरे कर लिए हैं। पहले चरण में वाराणसी, लखनऊ, अहमदाबाद, मुंबई, बेंगलूरू, हैदराबाद, जयपुर, चेन्नई, पटना और श्रीनगर के लिए फ्लाइट्स शुरू होंगी। इन सभी शहरों के लिए रोज उड़ानें चलेंगी। योजना है कि पहले ही दिन से लगभग 150 घरेलू उड़ानें संचालित की जाएं।
इंडिगो और अकासा का बनेगा हब
एयरपोर्ट से पहले ही इंडिगो और अकासा एयर ने बेस बनाने का करार किया है। यानी इनके विमान यहां पार्क होंगे और संचालन का प्रमुख केंद्र नोएडा ही होगा। इसके अलावा एयर इंडिया और स्पाइसजेट जैसी अन्य कंपनियां भी जल्द ही समझौते की प्रक्रिया में हैं।
अगले चरण में शुरू होंगी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें
दूसरे चरण में यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की तैयारी है। साथ ही एयरपोर्ट के पहले दिन से ही कार्गो फ्लाइट्स भी शुरू होंगी। शुरुआती चरण में मिडिल ईस्ट के देशों के लिए कार्गो सेवा शुरू होगी। इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को बड़ा लाभ होगा। अब उनकी फल और सब्जियां चार घंटे में मिडिल ईस्ट तक पहुंच सकेंगी।
किसानों को होगा सीधा फायदा
एटा, इटावा, मथुरा, आगरा, अलीगढ़, मेरठ और मुजफ्फरनगर जैसे जिलों के किसान अब सीधे एयरपोर्ट तक ताजी उपज पहुंचा सकेंगे। इससे न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि उनके प्रोडक्ट्स को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नई पहचान मिलेगी।
अंतिम चरण में तैयारियां
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और निर्देश दिया गया है कि उद्घाटन से पहले 100% निर्माण कार्य पूरा किया जाए। डीजीसीए द्वारा एयरोड्रोम लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी होते ही टिकट बुकिंग शुरू कर दी जाएगी।
