
यू जियानपिंग (R) वांग शियाओ (L)
China Love Story: चीन से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मामला ऐसा है जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। लव स्टोरी एक डील से शुरू होती है और सच्चे प्यार में बदल जाती है। यूरेमिया नाम की गंभीर बीमारी से जूझ रही एक चीनी महिला ने एक कैंसर रोगी से शादी की थी ताकि उसे उसकी किडनी मिल सके। लेकिन यह रिश्ता, जो सिर्फ जिंदगी बचाने के लिए शुरू हुआ था, धीरे-धीरे सच्चे प्यार में बदल गया और दोनों को एक नया जीवन मिल गया।
मौत के बाद मिल जाएगी किडनी
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की महिला जिस बीमारी से जूझ रही थी उसमें किडनी फेल हो जाती है। बीमारी के बीच ही इस महिला ने कैंसर से पीड़ित एक शख्स से शादी कर ली। अब सोचने वाली बात यह है कि भला कोई बीमार शख्स से शादी क्यों करेगा, देखभाल कौन करेगा। लेकिन यह शादी महज एक समझौता थी। समझौता यह था कि महिला इलाज के दौरान कैंसर से पीड़ित शख्स की देखभाल करेगी और मौत के बाद उसकी किडनी ले लेगी।
शादी के लिए रखी अजीब शर्त
रिश्ता जो शुरुआत में सिर्फ एक समझौता था, समय के साथ सच्चे प्यार में बदल गया। शानक्सी प्रांत की 24 साल की वांग शियाओ को जब यूरेमिया का पता चला तो डॉक्टरों ने कहा कि बिना किडनी ट्रांसप्लांट के वह सिर्फ एक साल ही जी पाएगी। परिवार में कोई मैचिंग डोनर ना मिलने के कारण उसकी उम्मीदें टूट चुकी थीं। एक पेशेंट की सलाह पर उसने कैंसर सपोर्ट ग्रुप में शादी का विज्ञापन डाला लेकिन, शर्त अजीब थी। वह एक गंभीर रूप से बीमार शख्स की तलाश में थी जो उससे शादी करे ताकि उसकी मौत के बाद उसे उसकी किडनी मिल सके। वांग ने अपनी अपील में लिखा, ‘मैं शादी के बाद आपकी पूरी देखभाल करूंगी। कृपया मुझे गलत मत समझिए, मैं बस जीना चाहती हूं।’

China Love Story (Representational Image)
यू और वांग के बीच हुआ समझौता
रिपोर्ट के मुताबिक कुछ ही समय में 27 साल के यू जियानपिंग ने वांग शियाओ के विज्ञापन का जवाब दिया, जो ब्लड कैंसर से जूझ रहा था। इलाज में जियानपिंग के परिवार की सारी बचत खत्म हो चुकी थी। उसकी मां का निधन हो गया था और पिता ने बेटे के इलाज के लिए घर तक बेच दिया था। जियानपिंग ने शियाओ से समझौता किया और डील यह थी कि मौत के बाद वह वांग को अपनी किडनी दान करेगा और वांग उसकी और उसके पिता की देखभाल करेगी।
दोनों ने की एक-दूसरे की मदद
समय के साथ दोनों एक-दूसरे के करीब आए और उनकी मुश्किलें ही उन्हें करीब ले आईं। वांग का मजाकिया स्वभाव यू की उदासी में रोशनी लेकर आया, वहीं यू ने भी उसकी पूरी मदद की। वह उसके लिए सूप बनाता और इलाज के हर सेशन में उसके साथ जाता था। धीरे-धीरे वांग ने एक और हिम्मत भरा कदम उठाया। उसने सड़क किनारे फूलों के गुलदस्ते बनाकर बेचना शुरू किया। हर गुलदस्ते पर वह एक हाथ से लिखा कार्ड लगाती, जिसमें उसकी अनोखी कहानी लिखी होती थी। यह कहानी लोगों के दिल को छू गई। धीरे-धीरे कई लोग मदद के लिए आगे आए। वांग ने करीब 5 लाख युआन जुटा लिए, जो यू के बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए काफी थे। जून 2014 तक यू की तबीयत में सुधार होने लगा।
यू और वांग बिता रहे हैं खुशहाल जीवन
इस बीच हैरानी की बात यह रही कि वांग की हालत भी बेहतर हो गई। अब उसे बार-बार डायलिसिस की जरूरत नहीं पड़ती थी, और डॉक्टरों ने कहा कि शायद अब उसे किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत ही नहीं होगी। जीवन में मिले इस दूसरे मौके और उनके बीच सच्चे प्यार को सेलिब्रेट करने के लिए फरवरी 2015 में उन्होंने एक छोटे से रेस्टोरेंट में शादी की दावत रखी। रिपोर्ट के मुताबिक आज यह कपल शानक्सी प्रांत के शीआन शहर में एक फूलों की दुकान चला रहा है। दोनों की सेहत पहले से बेहतर है और वो शांति से खुशहाल जीवन बिता रहे हैं।
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