
ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने आम लोगों के लिए एक चेतावनी जारी की है। ये चेतावनी देश के करोड़ों आम लोगों के लिए काफी मायने रखती है क्योंकि इसे इग्नोर करने की वजह से आप न सिर्फ जेल जा सकते हैं बल्कि आपकी संपत्ति भी कुर्क की जा सकती है। जी हां, ईडी ने देश के आम लोगों को ऑनलाइन सट्टेबाजी या जुए के प्रचार या निवेश से दूर रहने की सलाह दी है। ईडी ने कहा है कि गैर-कानूनी सट्टेबाजी और जुआ न सिर्फ आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों को भी बढ़ावा देते हैं।
ईडी ने आम लोगों को दी सलाह में क्या कहा है
- अपने बैंक खाते, डेबिट कार्ड, UPI ID या वॉलेट किसी और को इस्तेमाल करने न दें।
- सोशल मीडिया पर मिलने वाले “हाई रिटर्न” या “पैसिव इनकम” वाले लिंक पर क्लिक न करें।
- किसी भी टेलीग्राम या वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल न हों जो सट्टेबाजी या जुए का प्रचार करते हैं।
- अगर कोई जान-बूझकर ऐसी गतिविधि में शामिल पाया गया, तो PMLA कानून के तहत 7 साल तक की जेल और संपत्ति जब्ती हो सकती है।
- अगर आपको लगे कि आपका खाता गलत तरीके से इस्तेमाल हुआ है, तो तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित करें।
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने कथित अवैध सट्टेबाजी वेबसाइट 1xBet के संचालन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन की कुल 11.14 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं। 1xBet के खिलाफ मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत धवन की 4.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और रैना के 6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड को कुर्क करने का अनंतिम आदेश जारी किया गया है। ईडी की जांच में पाया गया है कि दोनों पूर्व क्रिकेटर ने ‘स्थिति को जानते हुए 1xBet’ और उसके सहयोगियों के प्रचार के लिए विदेशी कंपनियों के साथ समझौते किए।
ED ने 1xBet को लेकर क्या जानकारी दी है
- 1xBet भारत में हजारों फर्जी (“म्यूल”) बैंक खातों के जरिए पैसों का लेनदेन कर रहा था।
- अब तक 6000 से ज्यादा फर्जी खाते सामने आए हैं।
- इन फर्जी खातों के जरिए सट्टेबाजी की रकम को अलग-अलग पेमेंट गेटवे से ट्रांजैक्ट किया गया ताकि असली स्रोत को छिपाया जा सके।
- जांच में पाया गया कि कई पेमेंट गेटवे बिना KYC वेरिफिकेशन के ही व्यापारी (मर्चेंट) जोड़ रहे थे।
- मनी लॉन्ड्रिंग का कुल ट्रेल ₹1000 करोड़ से ज्यादा का है।
ईडी ने फ्रीज किए 60 से ज्यादा बैंक अकाउंट
ईडी ने इस केस में चार पेमेंट गेटवे पर छापेमारी की है और 60 से ज्यादा बैंक अकाउंट्स को फ्रीज किया है। अब तक ₹4 करोड़ से ज्यादा की रकम फ्रीज की जा चुकी है। लोगों से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन विज्ञापन या ट्रांजैक्शन की जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस या ईडी को दें।
