
Israel Attack Lebanon
Israel Attack Lebanon: एक तरफ जहां गाजा में इजरायल और हमास के बीच शांति समझौता जारी है तो वहीं दूसरी ओर इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के कई शहरों पर भीषण हवाई हमले किए हैं। हमलों से पहले इजरायली अधिकारियों ने इन शहरों के निवासियों से वहां से चले जाने का आग्रह किया था। ये हवाई हमले हिजबुल्लाह की ओर से लेबनान सरकार से इजरायल के साथ बातचीत ना करने का आग्रह करने के कुछ घंटों बाद किए गए हैं।
हिजबुल्लाह को बनाया गया निशाना
इजरायल के अधिकारी अविचाय अद्राई ने सीमा के पास स्थित तैयबा, तटीय शहर तायरे के पूर्व में स्थित तायर देब्बा और ऐता अल-जबल के निवासियों को चेतावानी दी है वो हमले वाले क्षेत्रों से दूर चले जाएं। इजरायली अधिकारी का कहना है कि इन क्षेत्रों में बने भवनों का इस्तेमाल हिजबुल्लाह के लोग करते हैं। इजरायली सेना ने कहा कि उसने इन क्षेत्रों में हिजबुल्लाह के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
क्या बोले लेबनान के राष्ट्रपति?
इजरायली सेना ने समूह पर अमेरिका की मध्यस्थता से हुए युद्ध विराम के लगभग एक साल बाद दोबारा खुद को मजबूत करने का आरोप लगाया है। लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ औन देश की 5 पहाड़ी चोटियों पर इजरायल की सैन्य उपस्थिति की आलोचना करते रहे हैं। हालांकि, राष्ट्रपति जोसेफ ने कहा है कि वह तनाव समाप्त करने के लिए इजरायल के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं।
नागरिकों पर किया गया अटैक
इजरायल का कहना है कि उसके हमलों में हिजबुल्लाह के लड़ाकों और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है, जबकि लेबनानी सरकार का दावा है कि हमलों में नागरिकों और ऐसे बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिसका हिजबुल्लाह से कोई संबंध नहीं है। लेबनानी सरकार ने हिजबुल्लाह के हथियार डालने का समर्थन किया है।

Israel Attack Lebanon
हिजबुल्लाह के बारे में जानें
लेबनान के 1975 से 1990 तक चले गृहयुद्ध के दौरान ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने 1982 में हिजबुल्लाह की स्थापना की थी। इसको बनाने का मकसद ईरान की 1979 की इस्लामी क्रांति को आगे बढ़ाना और 1982 में लेबनान पर हमला करने वाली इजरायली सेना को कड़ी टक्कर देना था। आज हिजबुल्लाह काफी हद तक लेबनान की सरकार को कंट्रोल करता है और पूरे मिडिल ईस्ट में एक बड़ी मिलिट्री ताकत है। अमेरिका सहित पश्चिमी देशों और सऊदी अरब सहित अन्य अरब देशों ने हिजबुल्लाह को आतंकवादी संगठन घोषित किया हुआ है। हिजबुल्लाह एक शिया समूह है और इस्लामी गणराज्य ईरान की विचारधारा को साझा करता है।
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