
जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट के बीच एक सुरक्षा अधिकारी एक बस का निरीक्षण करते हुए।
दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार को हुए धमाके के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी। पुलिस ने घाटी में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) से संबद्ध लोगों से जुड़े 300 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं पर ये छापेमारी की गई, जिनसे संकेत मिलता है कि जेईआई से जुड़े तत्व विभिन्न मोर्चों पर अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शोपियां, कुलगाम, पुलवामा, बारामूला और गांदरबल जिलों में कई स्थानों पर छापे मारे गए।
एडवाइजरी में क्या कहा गया?
इस बीच शोपियां पुलिस ने नागरिकों से सोशल मीडिया पर संयम और जिम्मेदारी बरतने का आग्रह किया है। एडवाइजरी जारी करते हुए पुलिस ने कहा है, यह देखा गया है कि कुछ यूजर्स हाल ही में लाल किले पर हुई दुखद घटना पर असंवेदनशील तरीके से पोस्ट या प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ऐसा व्यवहार राष्ट्र-विरोधी और बेहद असंवेदनशील है।”
शोपियां पुलिस का संदेश-
- जनता को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी कोई भी सामग्री पोस्ट, शेयर या साझा न करें जो इस त्रासदी का मजाक उड़ाती हो या सांप्रदायिक या विभाजनकारी बयानों को बढ़ावा देती हो।
- ऑनलाइन नफरत, गलत सूचना या राष्ट्र-विरोधी प्रचार फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- शोपियां पुलिस नागरिकों को सीमा पार से संचालित ऐसे अकाउंट्स से संपर्क न करने की भी चेतावनी देती है जो स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
- आइए जिम्मेदारी से काम करें और शांति और एकता बनाए रखें।
अब तक 12 लोगों की मौत, 20 से ज्यादा घायल
बता दें कि दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस कार ब्लास्ट की चपेट में आने से कई अन्य गाड़ियों के भी परखच्चे उड़ गए। सूत्रों के मुताबिक, विस्फोटक आई-20 कार के पीछे वाली सीट पर रखा हुआ था। शक है कि उमर मोहम्मद लाल किले की पार्किंग में इसलिए गया क्योंकि पहले वो वहां ब्लास्ट करने की फिराक में था लेकिन सोमवार होने के चलते लाल किला बंद था इसलिए वहां भीड़ नहीं थी। इसलिए वह पार्किंग से निकला। सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से उसके साथी पकड़े गए, पूरा विस्फोटक पकड़ा गया, इसके चलते हुए वो काफी पैनिक में था। उसे गिरफ्तारी का डर था, इसी पैनिक स्टेज में गाड़ी के अंदर धमाका किया गया।
इंडिया गेट, रेलवे स्टेशन भी थे निशाने पर
धमाके की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि इनके निशाने पर लाल किला, इंडिया गेट, कांस्टीट्यूशन क्लब, गौरी शंकर मंदिर, प्रमुख रेलवे स्टेशन और शॉपिंग मॉल्स थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह साजिश जनवरी 2025 से चली आ रही थी। यह आतंकी मॉड्यूल कई महीनों से मुंबई के 26/11 जैसे बड़े हमलों की प्लानिंग कर रहा था।
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