
लखीसराय विधानसभा सीट।
लखीसराय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतगणना जारी है। बिहार की लखीसराय सीट पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। यहां पर मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच माना जा रहा है। इसके अलावा जन सुराज पार्टी भी प्रमुख दावेदार मानी जा रही है। लखीसराय विधानसभा सीट पर राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा एनडीए के प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं तो उन्हें चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने अमरेश कुमार अनीश को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं इस सीट से प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज के प्रत्याशी सूरज कुमार हैं। इस प्रकार देखें तो इस सीट पर त्रिकोणीय सियासी जंग है।
लखीसराय सीट का समीकरण
लखीसराय में 1977 से लेकर अब तक 11 विधानसभा चुनाव हुए हैं। सबसे ज्यादा पांच बार यहां बीजेपी को जीत मिली है। वहीं, जनता पार्टी और जनता दल ने दो-दो बार इस सीट पर जीत हासिल की है। कांग्रेस और आरजेडी सिर्फ एक बार यह सीट जीत पाई हैं। कांग्रेस को यह जीत 1980 और आरजेडी को 2005 में मिली थी। विजय सिन्हा इस सीट पर आखिरी बार आरजेडी उम्मीदवार से ही हारे थे, लेकिन इस चुनाव को 20 साल हो चुके हैं। ऐसे में अब यह सीट भाजपा का गढ़ बन चुकी है।
इस बार चुनाव के क्या हैं समीकरण?
बीजेपी के लिए यह सीट जीतना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। विजय कुमार सिन्हा इस सीट पर पहली बार 2005 में जीते थे। इसी साल उन्हें बाद में हार का सामना भी करना पड़ा, लेकिन 2010, 2015 और 2020 में वह लगातार तीन बार यहां से विधायक चुने जा चुके हैं। नीतीश कुमार के बाद एनडीए गठबंधन में मुख्यमंत्री बनने के सबसे प्रबल दावेदार विजय कुमार सिन्हा ही हैं। ऐसे में डिप्टी सीएम होने का फायदा भी उनको मिलेगा। यहां जी हासिल करने के लिए इंडिया गठबंधन को एड़ी-चोटी का जोर लगाना होगा।
