
PM मोदी के आवास पर NDA सांसदों का डिनर हुआ।
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के बीच दिल्ली की ठंडी शाम अचानक गर्मजोशी से भर गई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर NDA सांसदों के लिए एक डिनर रखा। रोशनी से सजा PM आवास, उसमें पहुंचे 400 से ज्यादा सांसद और हर तरफ एक अलग ही उत्साह, ये नजारा देखने वाला था। यह कोई नॉर्मल डिनर नहीं था। PM मोदी हर टेबल तक खुद गए और सांसदों का हाल-चाल लिया। उन्होंने मुस्कुराकर उनका स्वागत किया और आग्रह से भोजन कराया। वातावरण ऐसा मानो कि सियासत नहीं, संवाद और रिश्तों की एक नई डोर बुनी जा रही हो। कश्मीर के कहवे से लेकर बंगाल के रसगुल्ले तक परोसा गया। यह ऐसा मेन्यू था जिसमें हर राज्य का स्वाद हो और उससे हर सांसद खुद को जोड़ सके। डिनर के दौरान, अलग-अलग राज्यों के सांसदों को एक साथ बैठाया गया ताकि गपशप हो, पहचान बने और नए रिश्ते भी जुड़ें।
PM आवास पर NDA सांसदों के लिए भव्य डिनर
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को PM आवास पर NDA सांसदों के लिए डिनर रखा। बसों में सवार होकर NDA के करीब 427 सांसद प्रधानमंत्री आवास पहुंचे और PM मोदी के साथ भोजन का आनंद लिया। NDA सांसदों के डिनर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सभी सांसदों के टेबल पर गए। सभी सांसदों का हाल-चाल जाना और उन्हें आग्रह सहित भोजन करवाया।
सांसदों के लिए मेन्यू में थीं ये खास चीजें
सूत्रों के हवाले से खबर है कि NDA सांसदों के डिनर में हर राज्य से कोई न कोई व्यंजन रखा गया था। सांसदों को कश्मीर का कहवा और बंगाल के रसगुल्ले से लेकर पंजाब की मिस्सी रोटी भी परोसी गई। यहां हर जगह का कोई ना कोई खाना मौजूद था। यहां एक-एक टेबल पर अलग-अलद राज्यों के सांसदों को बैठाया गया था। जिससे सांसदों का एक-दूसरे के साथ परिचय हो। वे एक-दूसरे के साथ बातचीत करके एक-दूसरे के बारे में ज्यादा जान सकें।
ऐसे खास तरीके से था सांसदों के बैठने का इंतजाम
सूत्रों के हवाले से खबर है कि 427 सांसद, पीएम मोदी की तरफ से आयोजित डिनर में शामिल हुए। एनडीए के सभी घटक दलों के लोकसभा और राज्यसभा के सांसद डिनर के लिए पहुंचे। सभी टेबल पर 6 से 8 सांसद मौजूद थे। 5 से 7 सांसद और एक मंत्री एक टेबल पर बैठे थे। ऐसे लगभग 55 टेबल लगाए गए थे। वहीं, पीएम मोदी के साथ उनके टेबल पर देवेगौड़ा, श्रीकांत शिंदे , सांभवी, रविशंकर प्रसाद और जगदंबिका पाल आदि थे।
ये भी पढ़ें-
”EVM पर भरोसा नहीं तो इस्तीफा दें और बैलेट पेपर से लड़ें चुनाव”, केशव मौर्य का अखिलेश को चैलेंज
अपराधी कहीं भी हो, छुपकर नहीं रह सकता…7 रंगों की मदद से कैसे ढूंढता है इंटरपोल? जान लीजिए
