
बीजेपी की जीत का जश्न मनाते कार्यकर्ता।
मुंबई: महाराष्ट्र में 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महायुति गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया है। गठबंधन ने कुल 207 अध्यक्ष पद जीते हैं, जबकि विपक्षी महा विकास आघाड़ी यानी कि MVA को सिर्फ 44 पदों पर संतोष करना पड़ा। राज्य चुनाव आयोग ने रात में अंतिम नतीजे जारी किए जिसके मुताबिक, बीजेपी ने 117 नगर अध्यक्ष पद हासिल किए, शिवसेना ने 53 और एनसीपी ने 37 पदों पर कब्जा जमाया। वहीं, कांग्रेस को 28, एनसीपी (एसपी) को 7 और शिवसेना (यूबीटी) को 9 पद मिले। SEC से रजिस्टर्ड पार्टियों ने 4 सीटें जीतीं, जबकि अन्य पार्टियों को 28 और निर्दलीयों को 5 सीटें मिलीं।
‘महाराष्ट्र विकास के साथ मजबूती से खड़ा है’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थानीय निकाय चुनाव में बीजेपी और उसके नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को समर्थन देने के लिए महाराष्ट्र की जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि यह जनकेंद्रित विकास में उनके विश्वास को दर्शाता है। पीएम मोदी ने ‘X’ पर पोस्ट किया, ‘महाराष्ट्र विकास के साथ मजबूती से खड़ा है। नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव में भाजपा और महायुति को आशीर्वाद देने के लिए महाराष्ट्र की जनता का आभारी हूं। यह जनकेंद्रित विकास के हमारे दृष्टिकोण में विश्वास को दर्शाता है। हम राज्य भर के प्रत्येक नागरिक की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नयी ऊर्जा के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ उन्होंने जमीनी स्तर पर किए गए अथक परिश्रम के लिए भाजपा और महायुति के पदाधिकारियों की सराहना की।
शाह ने जनता को भारी समर्थन के लिए धन्यवाद दिया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र की जनता को स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को ‘भारी समर्थन’ देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे ‘अच्छी शासन व्यवस्था और विकास की राजनीति की जीत’ को दिखाते हैं। शाह ने कहा कि महायुति की जीत केंद्र और राज्य में एनडीए सरकारों द्वारा अपनाए गए हर वर्ग के कल्याण के विजन पर ‘जनता के आशीर्वाद’ की झलक है। बीजेपी द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, ‘केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र की जनता को नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों में महायुति को भारी समर्थन देने के लिए आभार व्यक्त किया।’ “अमित शाह ने कहा कि यह जनादेश महाराष्ट्र की जनता के स्पष्ट विश्वास और मजबूत समर्थन को दर्शाता है।
‘लोगों ने हमें शत-प्रतिशत सकारात्मक वोट दिए’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में ‘महायुति’ की सफलता भाजपा संगठन और सरकार के संयुक्त प्रयास का परिणाम है। उन्होंने भरोसा जताया कि आगामी नगर निगम चुनावों में गठबंधन और भी बेहतर प्रदर्शन करेगा। फडणवीस ने कहा, ‘यह संगठन और सरकार दोनों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। हमने विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ा। मैंने सकारात्मक विकास एजेंडे पर आधारित अभियान का नेतृत्व किया और मैंने कभी किसी राजनीतिक नेता या पार्टी की आलोचना नहीं की। हमने अब तक किए गए कार्यों और भविष्य की योजनाओं के आधार पर वोट मांगे। पहली बार मैंने शत-प्रतिशत सकारात्मक वोट मांगे थे, और लोगों ने हमें शत-प्रतिशत सकारात्मक वोट दिए।’
कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन निकाय को ‘बधाई’ दी
विपक्षी दल कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने निकाय चुनावों में अपनी हार एक तरह से स्वीकार कर ली हालांकि उन्होंने निर्वाचन आयोग पर सत्तारूढ़ ‘महायुति’ की जीत में ‘मदद करने’ का आरोप लगाया। पूरे महाराष्ट्र में महायुति की जीत के बाद कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने नगर पालिका अध्यक्ष और पार्षद पदों पर जीत हासिल करने वाले पार्टी उम्मीदवारों को बधाई दी। उन्होंने चुनाव में सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन की ‘मदद’ करने के लिए राज्य निर्वाचन निकाय को ‘बधाई’ दी। बता दें कि कांग्रेस ने 41 नगर परिषद अध्यक्ष पदों पर जीत का दावा किया था हालांकि चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक उसे 28 पदों पर जीत मिली है।
संजय राउत ने ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने ‘महायुति’ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ गठबंधन ने ‘धनबल’ का इस्तेमाल किया। राउत ने कहा,‘अगर आप बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के विधानसभा चुनावों के आंकड़े और अब नगर निकाय चुनावों के आंकड़े देखें, तो वे एक जैसे हैं। विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल की गई मशीनें वही हैं। मशीनों की सेटिंग वही है और चुनावों में इस्तेमाल किए गए पैसों का तरीका भी वही है।’ शिवसेना (उबाठा) के नेता अंबदास दानवे ने कहा, ‘महा विकास आघाडी के घटक दलों की तुलना में ‘महायुति’ ने अधिक सीट हासिल की हैं, जिसका श्रेय सत्ताधारी दलों द्वारा इस्तेमाल किए गए बाहुबल और धनबल को जाता है।’
