
सांकेतिक तस्वीर
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अगले महीने से सड़क सुरक्षा सप्ताह चलाने का आदेश दिया है। सीएम के आदेश पर यूपी पुलिस सभी जिलों में 01 से 31 जनवरी, 2026 तक सड़क सुरक्षा अभियान चलेगा। इस दौरान ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ट्रैफिक नियम तोड़ने पर लाइसेंस होंगे जब्त, वाहन सीज होगा
योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को केवल चालान काटने को सड़क दुर्घटनाओं का स्थायी समाधान मानने से इनकार करते हुए कहा कि जो लोग आदतन यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, उनके ‘ड्राइविंग लाइसेंस’ और वाहन जब्त करने की नीति अपनायी जाये। उन्होंने यहां वरिष्ठ अधिकारियों, मंडलायुक्तों और जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में एक जनवरी से 31 जनवरी 2026 तक प्रदेशव्यापी “सड़क सुरक्षा माह” आयोजित करने का निर्देश देते हुए यह बात कही।
सीएम योगी का कहना था कि किसी भी स्थिति में ‘अनफिट’ वाहन सड़क पर न चलें। इसके साथ ही 300 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा करने वाले बड़े यात्री वाहनों में एकल चालक की व्यवस्था समाप्त कर अनिवार्य रूप से दो चालकों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि चालक की थकान से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
यूपी में 2025 में 24 हजार से ज्यादा मौतें
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2025 में 46 हजार से अधिक दुर्घटनाएं और 24 हजार से ज्यादा मौतें हुई। जोकि गंभीर चेतावनी है। एक भी मृत्यु पूरे परिवार के लिए आजीवन पीड़ा है। जागरूकता अभियान का केंद्र व्यवहार परिवर्तन, तहसील से जिला मुख्यालय तक प्रचार सामग्री, वास्तविक दुर्घटनाओं के उदाहरण और पब्लिक एड्रेस सिस्टम के उपयोग होना चाहिए।
एनएसएस, एनसीसी, आपदा मित्र, स्काउट गाइड और सिविल डिफेंस की भागीदारी से युवाओं को जोड़कर अभियान को जनभागीदारी का स्वरूप देने पर बल जाए। ब्लैक स्पॉट सुधार, रोड सेफ्टी ऑडिट, ओवर स्पीडिंग और लेन ड्राइविंग पर नियंत्रण, एक्सप्रेसवे पेट्रोलिंग, क्रेन और एम्बुलेंस बढ़ाने के निर्देश दिए जाए। गोल्डन ऑवर में उपचार सर्वोपरि, निजी ट्रॉमा सेंटरों को जोड़ने, 108 और एएलएस एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम घटाने और स्कूल व भारी वाहनों की फिटनेस जांच के निर्देश दिए जाएं।
