
रणबीर कपूर, अनिल कपूर।
अनिल कपूर ने 46 साल पहले अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी और आज भी इंडस्ट्री में लगातार एक्टिव हैं। अनिल कपूर ने 1979 में फिल्म ‘हमारे तुम्हारे’ से डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने एक सपोर्टिंग रोल निभाया। इसके बाद उन्होंने अपने करियर में कई हिट फिल्में दीं। अनिल कपूर हाल ही में आई ‘वॉर 2’ में कर्नल विक्रांत कौल की भूमिका में दिखाई दिए थे, लेकिन इससे पहले वह 2023 में आई ‘एनिमल’ में अपने किरदार को लेकर सुर्खियों में रहे। इस ब्लॉकबस्टर फिल्म में उन्होंने रणबीर कपूर के पिता बलबीर सिंह की भूमिका निभाई थी और काफी पसंद भी किए गए। लेकिन, क्या आप जानते हैं अनिल कपूर और रणबीर कपूर के बीच सच में खून का रिश्ता है। आज अनिल कपूर का जन्मदिन है, इस मौके पर आपको बताते हैं कि अनिल कपूर का बॉलीवुड के प्रतिष्ठित कपूर खानदान से क्या रिश्ता है।
अनिल कपूर का कपूर खानदान से रिश्ता
कम ही लोग जानते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री के दोनों कपूर परिवार यानी अनिल कपूर और रणबीर कपूर का परिवार आपस में रिश्तेदार है। दरअसल, रणबीर कपूर के परदादा और हिंदी सिनेमा के दिग्गज दिवंगत अभिनेता पृथ्वीराज कपूर और अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर आपस में चचेरे भाई थे। यानी इंडस्ट्री की दोनों लीडिंग कपूर फैमिली की जड़ें एक ही हैं और आपस में दोनों परिवार रिश्तेदार हैं।
अनिल कपूर और रणबीर कपूर का रिश्ता
अब अगर अनिल कपूर और रणबीर कपूर के बीच के रिश्ते की बात की जाए तो अगर रणबीर के परदादा पृथ्वीराज कपूर और अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर भाई हुए तो इस हिसाब से अनिल कपूर, राज कपूर के भाई होंगे। यानी, रिश्ते में अनिल कपूर, रणबीर, करीना, करिश्मा और रिद्धिमा के दादाजी हुए। वहीं, संदीप रेड्डी वांगा की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘एनिमल’ में दोनों ने साथ काम करते हुए रणबीर और अनिल कपूर ने बेटे और पिता का किरदार निभाया था।
68 के हुए अनिल कपूर
अनिल कपूर की उम्र की बात करें तो 80-90 के दशक में बॉलीवुड पर राज करने वाले अनिल कपूर का आज जन्मदिन है और वह 68 साल के हो चुके हैं, लेकिन आज भी उन्हें देखकर ये कह पाना मुश्किल है कि वह इस उम्र में पहुंच चुके हैं। इस उम्र में भी उन्होंने अपनी फिटनेस बरकरार रखी है और इसी के दम पर लगातार इंडस्ट्री में बिग बजट फिल्मों का हिस्सा बने रहते हैं।
अनिल कपूर का फिल्मी करियर
अनिल कपूर के करियर की बात करें तो 1979 में ‘हमारे तुम्हारे’ से उन्होंने डेब्यू किया, लेकिन सपोर्टिंग रोल में दिखाई दिए। इस फिल्म के बाद वह ‘एक बार कहो’, ‘हम पांच’ और ‘शक्ति’ जैसी फिल्मों में नजर आए, लेकिन 1983 में आई ‘वो सात दिन’ से उन्हें सफलता मिली। इसके बाद उन्होंने अपने करियर में कई हिट, सुपरहिट और ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं, जिनमें ‘कर्मा’, ‘तेजाब’, ‘बेटा’, ‘राम लखन’, ‘परिंदा’, ‘घर हो तो ऐसा’, ‘जमाई राजा’, ‘लम्हे’, ‘लाडला’, ‘त्रिमूर्ति’, ‘आवारा’ , ‘विरासत’, ‘जुदाई’ और ‘नायक’ जैसी फिल्में शामिल हैं।
