
आई ड्रॉप जलाकर तापा गया
बिहार के सीतामढ़ी से सरकारी विभाग की लापरवाही का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां सदर अस्पताल परिसर में सरकारी दवाओं को जलाकर आग तापी गई है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। घटना सामने आने के बाद पुलिस विभाग ने भी जांच शुरू कर दी।
एक आरोपी गिरफ्तार
सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर लापरवाही उजागर हो गई है। इस मामले में सदर अस्पताल में तैनात टीओपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक की पहचान मोहम्मद गुलाब के रूप में हुई है।
मॉक्सिफ्लॉक्सासिन आई ड्रॉप दवाइयां जलाई गईं
पुलिस के अनुसार, युवक अस्पताल परिसर में मॉक्सिफ्लॉक्सासिन आई ड्रॉप जैसी सरकारी दवाओं को जलाकर आग ताप रहा था। जांच में सामने आया है कि ये दवाएं दिसंबर 2025 में एक्सपायर होने वाली थीं, यानी अभी उपयोग योग्य थीं। मौके से संबंधित दवाओं को बरामद कर लिया गया है।
अस्पताल के प्रबंधन की कार्यशैली पर खड़े हुए सवाल
बताया जा रहा है कि अस्पताल परिसर में लंबे समय से कुछ बाहरी लोग दलाल के रूप में अवैध रूप से रह रहे हैं। उन्हीं के द्वारा इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। हालांकि, इस पूरे मामले ने अस्पताल प्रशासन और प्रबंधन की कार्यशैली पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में सरकारी दवाएं आम लोगों के हाथ कैसे लगीं।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि दवाएं कहां से और किसकी मिलीभगत से बाहर आईं? वहीं, इस घटना के बाद सदर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और दवा भंडारण प्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गया है।
सीतामढ़ी से सौरभ की रिपोर्ट
