
रेहान और अविवा, प्रियंका और रॉबर्ट।
राजनीति और कला दो अलग दुनिया, लेकिन रेहान वाड्रा की प्रेम कहानी में ये दोनों खूबसूरती से मिलती नजर आती हैं। प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा के बेटे रेहान ने भी अपनी मां की तरह बेहद कम उम्र में प्यार को पहचान लिया। महज 18 साल की उम्र में अविवा बेग के साथ शुरू हुआ उनका रिश्ता आज एक मजबूत और परिपक्व बॉन्ड में बदल चुका है। जहां रेहान एक संवेदनशील विजुअल आर्टिस्ट और फोटोग्राफर हैं, वहीं अविवा भी क्रिएटिव फील्ड से जुड़ी हुई हैं। कैमरे और कला के साझा जुनून ने दोनों को करीब लाया। खास बात यह है कि रेहान की लव स्टोरी में कई समानताएं उनकी मां प्रियंका गांधी की प्रेम कहानी से मिलती हैं, सादगी, दोस्ती से शुरू हुआ रिश्ता और परिवार की अहम भूमिका।
रेहान हैं फोटोग्राफर
रेहान वाड्रा की पहचान केवल एक प्रसिद्ध राजनीतिक परिवार के सदस्य के रूप में ही नहीं, बल्कि एक संवेदनशील विजुअल आर्टिस्ट और फोटोग्राफर के तौर पर भी है। बचपन से ही कैमरे के प्रति उनका खास झुकाव रहा है, जिसे उनकी मां प्रियंका गांधी ने हमेशा प्रोत्साहित किया। समय के साथ रेहान ने फोटोग्राफी को सिर्फ शौक नहीं, बल्कि अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बना लिया। रेहान कई सोलो आर्ट एग्जिबिशन का हिस्सा रह चुके हैं, जिनमें 2017 में आयोजित उनकी प्रदर्शनी ‘डार्क पर्सेप्शन’ खास तौर पर चर्चा में रही। उनकी फोटोग्राफी का फोकस वाइल्डलाइफ, स्ट्रीट लाइफ और कमर्शियल विजुअल्स पर रहता है। प्रकृति, इंसानी भावनाएं और रोजमर्रा की जिंदगी के अनकहे पहलू उनकी तस्वीरों में बेहद सशक्त तरीके से सामने आते हैं।
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रेहान और अविवा।
फोटोग्राफी लाई रेहान अविवा को करीब
फोटोग्राफी के प्रति समान जुनून ही रेहान और अविवा बेग को एक-दूसरे के करीब लेकर आया। अविवा भी शानदार फोटोग्राफर होने के साथ प्रोड्यूसर भी हैं। समय के साथ दोनों का यह रिश्ता गहराता गया और आज सात साल बाद दोनों एक मजबूत बॉन्ड साझा करते हैं। इस रिश्ते को दोनों परिवारों की नजदीकी ने भी और मजबूती दी है। बताया जाता है कि रेहान की मां प्रियंका गांधी और अविवा की मां नंदिता बेग लंबे समय से अच्छी दोस्त हैं। नंदिता एक जानी-मानी इंटीरियर डिजाइनर हैं और उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन के इंटीरियर डिजाइन पर भी काम किया है। हाल ही में अविवा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर रेहान के साथ एक तस्वीर साझा की, जिसने सबका ध्यान खींचा। तस्वीर में दोनों एक-दूसरे को बाहों में थामे मुस्कुराते नजर आ रहे हैं। उनकी केमिस्ट्री और सादगी ने फैंस का दिल जीत लिया और दोनों के बीच की बॉन्ड और प्यार का अहसास इस तस्वीर में साफ नजर आ रहा है।
प्रियंका गांधी और रॉबर्ड वाड्रा पहली मुलाकात
प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा की मुलाकात 1990 के दशक में दिल्ली में कॉमन फ्रेंड्स के जरिए हुई थी। उस समय प्रियंका राजनीति से दूर अपनी पढ़ाई और निजी जीवन पर ध्यान दे रही थीं, जबकि रॉबर्ट वाड्रा बिजनेस की दुनिया में अपने कदम जमा रहे थे। गौर करने वाली बात ये है कि प्रियंका भी जब प्यार में पड़ी तो उनकी उम्र सिर्फ 18 साल ही थी। उनके बेटे का रिश्ता भी अविवा बेग के साथ इसी उम्र में परवान चढ़ा। पहली मुलाकात में ही दोनों के बीच बातचीत और सोच का मेल बैठ गया। शुरुआत दोस्ती से हुई, जो धीरे-धीरे एक गहरे रिश्ते में बदल गई। प्रियंका गांधी देश के सबसे चर्चित राजनीतिक परिवार से आती हैं, हमेशा एक सामान्य और शांत जीवन पसंद करती रही हैं। रॉबर्ट वाड्रा को भी लाइमलाइट से दूर रहना और सादगी से जीना पसंद था। यही समानता दोनों को और करीब ले आई।
प्रियंका गांधी और रॉबर्ड वाड्रा के रिश्ते को जब मिली परिवार की मंजूरी
काफी समय तक एक-दूसरे को समझने और जानने के बाद, दोनों ने शादी करने का फैसला किया। 18 फरवरी 1997 को प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा ने नई दिल्ली में एक सादे लेकिन पारिवारिक समारोह में शादी की। इस शादी में गांधी परिवार के करीबी लोग और दोस्त शामिल हुए, बिना किसी भव्य राजनीतिक दिखावे के। शादी के बाद प्रियंका गांधी ने जहां धीरे-धीरे सक्रिय राजनीति में कदम रखा, वहीं रॉबर्ट वाड्रा ने बिजनेस पर फोकस किया। दोनों ने हमेशा अपने परिवार को प्राथमिकता दी। उनके दो बच्चे हैं रेहान वाड्रा और मिराया वाड्रा, जिनकी परवरिश उन्होंने मीडिया की चकाचौंध से दूर रखने की कोशिश की। राजनीति के उतार-चढ़ाव और सार्वजनिक आलोचनाओं के बीच प्रियंका और रॉबर्ट एक-दूसरे के मजबूत सहारे बने रहे। प्रियंका अक्सर कह चुकी हैं कि परिवार उनके लिए सबसे बड़ी ताकत है। वहीं रॉबर्ट वाड्रा कई मौकों पर प्रियंका के संघर्ष, साहस और नेतृत्व क्षमता की खुलकर तारीफ करते रहे हैं।
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