
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में वाटर टेस्ट किया गया।
नई दिल्ली: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पानी वाले टेस्ट में पास हो गई है। इसको लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का सफल परीक्षण हो गया है। इस पोस्ट के जरिए अश्विनी वैष्णव ने भारत की रेल सेवा में हो रहे परिवर्तन और मॉडर्नाइजेशन की कोशिशों की जानकारी दी। यहां वंदे भारत ट्रेन में पानी भरे गिलास एक के ऊपर एक रखे गए और तेज दौड़ती ट्रेन में भी वो नहीं गिरे।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में हुआ ‘वाटर टेस्ट’
अश्विनी वैष्णव ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को आज रेलवे सेफ्टी कमिशनर ने टेस्ट किया। उसे 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कोटा नागड़ा सेक्शन के बीच दौड़ाया गया। हमारे वाटर टेस्ट ने इसमें नई पीढ़ी की ट्रेन के टेक्नोलॉजिकल फीचर को दिखाया।’
भारतीय ट्रेनों में ऐसे हो रहा मॉडर्नाइजेशन
भारत की रेलवे यात्रा आजादी के बाद न केवल लंबी रही है, बल्कि वक्त-वक्त पर तकनीकी बदलावों के जरिए बदलती भी रही है। वंदे भारत जैसी ट्रेनें भारत की मेक इन इंडिया पहल और रेल नेटवर्क के मॉडर्नाइजेशन की व्यापक रणनीति का पार्ट हैं। इस प्रकार की पहलें न सिर्फ यात्रियों को बेहतर सर्विस देती हैं बल्कि रेलवे सेक्टर में नई टेक्नोलॉजी और स्वदेशी निर्माण को भी बढ़ावा देती हैं।
ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के हिसाब से हो रहा बदलाव
सोशल मीडिया पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस पोस्ट को कई यूजर्स ने सकारात्मक रूप से लिया है क्योंकि ये स्टेप भारत की रेल सर्विस को और अधिक प्रतिस्पर्धी, मॉडर्न और यात्रियों के अनुकूल बनाते हैं। भारत अब ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के अनुरूप तेज, सिक्योर और टेक्नोलॉजी सपोर्टेड रेल नेटवर्क की दिशा में बढ़ रहा है।
इनोवेशन पर लगातार दिया जा रहा ध्यान
इस पोस्ट के माध्यम से जरिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह मैसेज भी दिया है कि रेल डिपार्टमेंट में लगातार प्रगति और इनोवेशन पर ध्यान दिया जा रहा है। इस कामयाब परीक्षण से साफ इशारा मिलता है कि जल्द ही यात्रियों को आधुनिक ट्रेनों का सुखद अनुभव मिलेगा।
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